DNA Full Form In Hindi आज के समय को विज्ञान का समय कहा जाता है | समय के साथ-साथ विज्ञान ने इतनी अधिक उन्नति कर ली है, जिससे हर समस्या के समाधान का निवारण किया जा सकता है | इस विज्ञान के द्वारा बारीक से बारीक चीज की खोज की गयी है | विज्ञान के द्वारा ही हर सफल परीक्षण करके अविष्कार का कार्य किया जा रहा है | वर्तमान समय में मनुष्य में विज्ञान के द्वारा अंतरिक्ष से लेकर मानव स्वास्थ्य तक के कई क्षेत्रों में बड़ी-बड़ी उपलब्धियां प्राप्त की गयी है|

विज्ञान के द्वारा मानव स्वास्थ्य के क्षेत्र में डीएनए की खोज की है | इसके द्वारा मनुष्य ने कई जटिल समस्याओं को हल किया है | यदि आप विज्ञान के क्षेत्र से सम्बन्ध रखते है, तो आपको इसके विषय में जानकारी अवश्य होगी | यदि नहीं है, तो इस पेज पर DNA Ka Full Form in Hindi , डीएनए (DNA) का मतलब क्या होता है, के विषय में बताया जा रहा है| तो दोस्तों आइये जानते हैं DNA Full Form In Hindi का मतलब क्या होता हैं.
डीएनए का फुल फॉर्म (DNA Full Form)
डीएनए का फुल फॉर्म “Dioxyribo Nucleic Acid” है, हिंदी भाषा में इसे “डीऑक्सीराइबोज न्यूक्लिक अम्ल“ के नाम से जाना जाता है | यह तंतुनुमा अणु होते है, इन्हें जिंदा कोशिकाओं के गुणसूत्र में पाया जाता है | डीएनए का सम्बंध जीवित कोशिकाओं से होता है | इसकी आकृति लहरदार सीढ़ी की भांति होती है, इसे 3D संरचना के द्वारा स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है | डीएनए का निर्माण दो फिलामेंट के द्वारा किया जाता है | इसकी सरंचना इन्हीं फिलामेंटों से मिलकर होती है यह दोनों फिलामेंट चारों ओर से घुमावदार संरचना का निर्माण करते है, इस संरचना को ही डीएनए के नाम से जाना जाता है |
डीएनए का मतलब क्या होता है (DNA Meaning)?
डीएनए को डीऑक्सीराइबोज न्यूक्लिक अम्ल के नाम से सम्बोधित किया जाता है | यह एक लहरदार आकृति होती है | इसमें डीएनए के अणु ग्वानिन, ऐडेनिन, थाइमिन और साइटोसिन से निर्मित रहते हैं | इन डीएनए के अणुओं को न्यूक्लियोटाइड के नाम से जाना जाता है | कोशिकाओं के लिए प्रोटीन एक आवश्यक तत्व है, प्रोटीन के निर्माण में न्यूक्लियोटाइड अत्यंत सहायक होता है |
डीएनए के कार्य (DNA Work)
डीएनए के कार्य इस प्रकार है-
- डीएनए एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित होता रहता है, इसके द्वारा पीढ़ी में होने वाले परिवर्तन के विषय में जानकारी प्राप्त की जा सकती है |
- डीएनए के द्वारा कोशिकाओं में सूचनाओं को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जाता है | इन सूचनाओं का प्रयोग कई रहस्यों का पता करने में किया जाता है | जिससे वंशज के विषय में जानकारी प्राप्त हो जाती है |
- डीएनए में अनुवांशिक सूचनाओं का एक संग्रह होता है, इस संग्रह को जीन कहा जाता है | इसी के साथ अनुवांशिक सूचनाओं के विषय में जानकारी प्राप्त होती है | इसके द्वारा ही आनुवंशिक गुणों को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित किया जाता है |
डीएनए के प्रकार (Types of DNA)
जीवों में मुख्यतः तीन प्रकार के डीएनए पाए जाते है, यह इस प्रकार है-
- A – DNA
- B – DNA
- Z – DNA
A-DNA
इस प्रकार के डीएनए में दोनों साइड के फिलामेंट्स छोटे, चौड़े और छोटी-छोटी खांच के बने होते हैं, इसमें 10.9 / 11 क्षार युग्म पाए जाते है |
B-DNA
इस प्रकार के डीएनए में दोनों साइड के फिलामेंट्स पतले और लंबे होते हैं, इसकी खांच गहरी तथा उथली हुई होती है, इसके प्रत्येक स्तर में 10.9 / 11 क्षार युग्म पाए जाते है |
Z-DNA
इस प्रकार के डीएनए में दोनों साइड के फिलामेंट्स पतले और लंबे होते हैं, परन्तु इसमें खांचे केवल गहरी होती है | यह ज़िगज़ैग की तरह पायी जाती है, अतः इन्हें Z-DNA कहा जाता है | इसके प्रत्येक स्तर में 12 क्षार युग्म पाए जाते है |