Pneumonia kya hai – निमोनिया क्या है? कारण, लक्षण, उपचार और बचाव

Pneumonia kya hai – निमोनिया क्या है? कारण, लक्षण, उपचार और बचाव दोस्तों आज की पोस्ट में हम आपको बताने वाले है निमोनिया के वारे में की निमोनिया क्या होता है निमोनिया कैसे होता है निमोनिया से कैसे बचा जाये निमोनिया का सही इलाज इन सब के वारे में हम आपको आज अपनी इस पोस्ट की मदद से इन सब की जानकारी देने वाले है और इसकी यही वजह है की आज का ये हमारा पोस्ट आपके लिए बहुत ही काम का होने वाला है निमोनिया की जानकारी के लिए आपको हमारी इस पोस्ट को लास्ट पढ़ना होगा क्यूंकि आज की इस पोस्ट में हम आपको निमोनिया की सभी जानकारी आप तक स्टाप बाई स्टाप पोहचने वाले है

Pneumonia kya hai

आज की इस पोस्ट में हम आपको निमोनिये के वारे में बताने वाले है और अगर आप निमोनिया के वारे में सभी जानकारिया पाना चाहते है तो आज का ये हमरा पोस्ट आपके लिए बहुत ही काम का होने वाला है क्यूंकि आज के इस पोस्ट में हम आपको Pneumonia Kya Hai के वारे में सभी जानकारी बताने वाले है निमोनिया क्या और इसके अलावा हम आपको इसके होने वाले लक्षण और इसके बचाओ और इलाज इन सब के वारे में जानकारिया देने वाले है इन सब जानकारितो के लिए पोस्ट को लास्ट पढ़े

Pneumonia Kya Hai – What is Pneumonia

निमोनिया इंसान के फेफड़ों में बैक्टीरिया, वायरस या कवक के गर्म होने वाला एक इन्फेक्शन है निमोनिया की वजह से इंसान के फेफड़ों के
तिसुएस में सूजन आ जाती है और इंसान के फेफड़ों में तरल पदार्थ या मवाद पैदा हो सकती है बैक्टीरियल निमोनिया आमतौर पर वायरल निमोनिया से ज़्यादा खतरनाक होता है जो अक्सर अपने आप ठीक हो जाता है

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निमोनिया एक या दोनों फेफड़ों को नुकसान पोहचा सकता है आपके दोनों फेफड़ों में होने वाले निमोनिया को बिलटेरल या डबल निमोनिया कहा जाता है

Pneumonia kya hai निमोनिया कैसे होता है

निमोनिया एक ऐसा इन्फेक्शन है जो बैक्टीरिया, वायरस कवक या और भी जीवों सहित बहुत तरह के मिक्रोऑर्गैनिस्मस की वजह से हो सकता है| ऐसे कई तरीके हैं जिनसे रोगाणु फेफड़ों में प्रवेश कर सकते हैं और निमोनिया की वजह बन सकता है

  • श्वास के मार्ग से: जब कोई इन्फेक्टेड इंसान बिना मुंह ढके खासता या छींकता है तो उस से जर्म्स फेफड़ों में जा सकते हैं
  • आकांक्षा: या अगर कोई इंसान इन्फेक्टेड इंसान के खाने या पिने के पानी या उल्टी के कांटेक्ट में आता है तो उसे निमोनिया हो सकता है
  • रक्त प्रवाह: दुर्लभ मामलों में बैक्टीरिया या वायरस रक्त प्रवाह के माध्यम से शरीर के दूसरे हिस्सों से फेफड़ों में फैल जाते हैं|

Pneumonia kya hai निमोनिया के लक्षण

निमोनिया के कई लक्षण है जिनके बारे में नीचे बताया गया है

  • खांसी, इससे बलगम या कैफ पैदा हो सकता है जो हरा, पीला या खूनी होता है|
  • बुखार, पसीना और ठंड लगना|
  • सांस की तकलीफ या सांस लेने में कठिनाई विशेष रूप से किसी परिश्रम के कामों में|
  • सीने में दर्द जो सांस लेने या खांसने से बढ़ जाए|
  • थकान और कमजोरी|
  • भूख में कमी|
  • दिल की धड़कन तेज होना और तेजी से सांस लेना|
  • भ्रम, विशेष रूप से वृद्धो में

निमोनिया से पारित कुछ लोगों को मतली, उल्टी और दस्त का भी अनुभव हो सकता है, लेकिन यह लक्षण छोटे बच्चों में पाए जाते हैं

Pneumonia से बचने के उपाय

निमोनिया से बचने के कई उपाय हैं जिनमें से कुछ उपाय के बारे में नीचे बताया गया है|

वैक्सीन: अपने डॉक्टर से परामर्श ले की कौन से तक आपके लिए उपयुक्त है|

अच्छे स्वच्छता: स्वच्छता का आभास करना, जैसे अपने हाथों को बार-बार धोना, खासते या छींकते समय अपना मुंह और नाक ढकना और बीमार लोगों के संपर्क से बचाना|

धूम्रपान छोड़ें: धर्मपान आपके फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है और आपको निमोनिया सहित शोषण इन्फेक्शन के खिलाफ ज़्यादा सेंसिटिव बना सकता है|

स्वस्थ रहें: एक स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखना जिसमें पूरी नींद सोना , बैलेंस्ड चीज़े खाना,
रेगुलर एक्सरसाइज करना और तनाव का प्रबंध करना शामिल है इम्यूनिटी को बढ़ाना निमोनिया के जोखिम को कम कर सकता है|

अंतर्निहित स्थितियों को प्रबंध करें: डायबिटीज या पुरानी फेफड़ों की बीमारी जैसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों का प्रबंध भी आपके निमोनिया के विकास के जोखिम को कम करने में मदद करता है

वायरस और बैक्टीरिया निमोनिया में क्या अंतर है

सभी निमोनिया आपके फेफड़ों में इन्फेक्शन की वजह होने वाली सूजन है, आपके पास अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं जो इस बात पर
डिपेंडेंट करता है की मूल कारण वायरस, बैक्टीरिया या कवक है या नहीं|

वायरल निमोनिया की तुलना में बैक्टीरिया निमोनिया ज़्यादा जनरल और ज़्यादा खतरनाक होता है| इसके लिए अस्पताल में भर्ती रहने की ज़्यादा संभावना है प्रदाता एंटीबायोटिक दावों से बैक्टीरियल निमोनिया का इलाज करते हैं

वायरल निमोनिया फ्लू जैसे लक्षणों की वजह बनता है और इसके अपने आप ठीक होने की ज़्यादा उम्मीद होती है आमतौर पर आपको वायरल निमोनिया के लिए स्पेसिफिक इलाज की ज़रूरत नहीं होती है

बच्चों में निमोनिया का घरेलू उपचार

कुछ घरेलू इलाज है जो निमोनिया से पीड़ित बच्चों को आराम पोहचा सकते है जिनके बारे में हमने आपको नीचे बताया है

आराम: अपने बच्चों को जितना हो सके आराम करने के लिए प्रोत्साहित करें जिससे उसका शरीर संक्रमण से लड़ने पर ध्यान केंद्रित कर सके|

तरल पदार्थ: अपने बच्चों को बहुत सारे तरल पदार्थ पीने के लिए प्रोत्साहित करें जैसे की पानी| उन्हें हाइड्रेटेड रखना पतले बलगम के स्त्राव को बनाए रखने में मदद करने के लिए उपयोगी होता है

ह्यूमिडिफायर: अपने बच्चों के कमरे में कॉल मिस्ट ह्यूमिडिफायर का उपयोग करने से सांस लेने में आसानी होती है और खांसी कम होती है|

गर्म सिकाई: छाती और पीठ पर गर्म सिकाई करने से छाती की बेचैनी को शांत करने और सांस लेने में आसानी हो सकती है|

स्टीम थेरेपी: गरम पानी से नहाने या गर्म पानी से भाप लेने से बलगम को ढीला करने और खांसी को कम करने में मदद मिल सकती हैं|

शहद: यदि आपका बच्चा एक वर्ष से अधिक उम्र का है तो उसे शहद देने से खांसी और गले में खराश को शांत करने में मदद मिल सकती है| इस बात का ध्यान रखें की 1 साल से कम उम्र के बच्चों को शहर ना दें क्योंकि यह हानिकारक हो सकता है

निमोनिया कितने दिन में ठीक हो जाता है

निमोनिया के हल्के मामले लगभग 12 सप्ताह में ठीक हो सकते हैं जबकि अधिक गंभीर मामलों में पूरी तरह से ठीक होने में कई सप्ताह से लेकर महीना तक का समय लग सकता है

निमोनिया कितना आम है

निमोनिया किसी को भी हो सकता है, यह एक आम बीमारी है संयुक्त राज्य अमेरिका में हर वर्ष लाखों लोगों से इसका निदान होता है अमेरिका में प्रतिद्वंशी लगभग 55000 लोग निमोनिया से मरते हैं यह विकास सुशील देश में मोत की सबसे बड़ी और आम वजह है

निमोनिया के मरीज को क्या खाना चाहिए

निमोनिया के मरीज को अपने खाने में कुछ खास चीज़े शामिल करनी चाहिए जो उनके शरीर को पूरा पोषण और तगत दे सके| नीचे हमने आपको कुछ सामान्य सुझाव बताएं हैं जिनका पालन निमोनिया से बड़े व्यक्ति के लिए फायदेमंद हो सकता है

  • उच्च प्रोटीन आहार का सेवन करना
  • हाइड्रेशन के लिए पानी और जूस का सेवन करें
  • विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार को डाइट में शामिल करें
  • फाइबर से भरपूर खाद पदार्थ जैसे कि अनाज फल सब्जियां और दालों का सेवन करें
  • खाद्य पदार्थों में विटामिन डी वाले स्रोतों को शामिल करें
  • यदि आप निमोनिया से प्रेरित है तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्टार के आधार पर उपयुक्त आहार योजना तैयार करनी चाहिए