Republic Day 2024 – 26 जनवरी को क्यों मनाया जाता है

Republic Day 2024 – 26 जनवरी को क्यों मनाया जाता है दोस्तों पुरे भारत देश में 26जनवरी को बहुत धूम धाम से मनाया जाता है और ये इस लिए मनाया जाता है क्यूंकि 26 जनवरी 1950 को भारत का सविधान भारत में लागु किया गया था और 26 जनवरी को ही भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया था इसकी यही वजह है जो हर साल 26 जनवरी का दिन पुरे भारत में राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है

Republic Day 2024

Republic Day 2024

26 जनवरी 1949 को देश की संविधान सभा ने वर्तमान संविधान को विधिवत रूप से अपनाया था और इसलिए ही भारत में इस दिन को देश में दिवस के रूप में मनाया जाता है जिनको इसकी जानकारी नहीं उन लोगो को इस पोस्ट की मदद से हम बताने वाले है देश में 26 जनवरी को कुन मनाया जाता है

और अगर को भी 26 जनवरी के वारे में कुछ जानना है तो हमारी आज की इस पोस्ट को लास्ट तक पढ़ो क्यूंकि आज की इस पोस्ट में हम आपको Republic Day Kyon Manaya Jata Hai के वारे में सभी जानकारी देने वाले है

Republic Day Kyon Manaya Jata Hai

भारत में रिपब्लिक डे का ये इम्पोर्टेन्ट दिन आज़ादी और सविधान की स्थापना के सेलिब्रेशन में मनाया जाता है साल 1950 में 26 जनवरी के दिन को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा भारत देश कोपूरी तरह से स्वराज घोषित कर दिया गया था इसके बाद ही 26 जनवरी रिपब्लिक डे के लिए चुन लिया गया था

IBPS FULL FORM IN HINDI 

Republic Day 2024

जब 15 अगस्त 1947 को भारत को पूरी तरह से अज़्ज़ादी मिल गई थी तब से 15अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप से मनाया जाता है
भारत केको आज़ादी मिलने के बाद एक सविधान बनाया गया इसके बाद इस सविधान में शामिल होने वाले महान वयक्ति डॉ भीम राव अम्बेटकर जी जवाहरलाल नेहरू जी डॉ राजेंद्र प्रसाद सदार वल्लभ भाई पटेल ने 1947 में 9 दिसंबर को काम की शुरुआत करदी थी और इसके बाद से ही 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा

कहां और कैसे मनाया गया था पहले रिपब्लिक डे

क्या आप ये जानते है की पहला गणतंत्र दिवस कहां सेलिब्रेट किया गया था पहला गणतंत्र दिवस दिल्ली में 26 जनवरी 1950 को देश का प्रथम गणतंत्र दिवस सेलिब्रेट किया गया था और तभी रिपब्लिक डे की पहली परेड भी आयोजित की गई थी उन दिनों पुराने किले के पास एक ब्रिटिश स्टेडियम था पहले पीरियड लोगों को देखने को मिली थी

26 जनवरी का दिन क्यों चुना गया

26 जनवरी की पीछे की खास बात आपको बताये की ये दिन क्यू चुना गया 26 जनवरी का दिन इस लिए चुना गया क्यूंकि 26 जनवरी 1929 को अंग्रेजों के खिलाफ कांग्रेस ने पूरी स्वराज का नारा लगाया था यही इसकी वजह है की इसके बाद से ही इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में चुना गया था इस दिन को लोग बहुत धूम धाम से मानते है

संविधान कितने दिन में तैयार हुआ

संविधान को पूरा तैयार करने में दो साल और 11 महीने 18 दिन लगे थे यह 26 नवंबर 1949 को पूरा हुआ था| वही इस पूरे भारत में 26 जनवरी 1950 को लागू कर दिया गया था| हाथ से लिखे हुए संविधान पर 24 जनवरी 1950 में 284 सदस्यों ने हस्ताक्षर किए थे| इसमें करीब 15 महिलाएं भी शामिल थी

गणतंत्र दिवस समारोह आयोजन

हर साल 26 जनवरी के दिन दिल्ली के लाल किले पर भारत का राष्ट्रीय तिरंगा फेहराये जाने का कार्य क्रम रखा जाता है और इस कार्य क्रम में भारत के कई दिग्गज नेता भी शामिल रहते है दिल्ली के लाल किले पर फहराया जाने वाले ध्वज को भारत के प्रधानमंत्री द्वारा फहराया जाता है जिसके बाद सामूहिक रूप से राष्ट्रीय गान गया जाता है गणतंत्र दिवस के इस फेस्टिवल को दिल्ली में बड़े ज़ोर शोर के साथ मनाया जाता है

Republic Day 2024


क्योंकि इस दिन प्रतिवर्ष एक भव्य परेड का आयोजन किया जाता है जिसका आयोजन इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक राजपथ की राजधानी नहीं दिल्ली में आयोजित किया जाता है इस परेड में भारतीय सेवा के विभिन्न रेजीमेंट वायु सेवा नौसेना आदि सभी शामिल होकर ध्वजारोहण के कार्यक्रम में शिरकत करते हैं

गणतंत्र दिवस का महत्व (Importance of Republic Day)

गणतंत्र दिवस को एक राष्ट्रीय सेलिब्रेशन के रूप में पूरे जोश के साथ हर साल मनाया जाता है| इस फेस्टिवल में अपनी खुशी का इज़हार करने के लिए स्कूलों और कॉलेज में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसकी तैयारी एक महीने पहले से ही शुरू कर दी जाती है क्योंकि स्कूलों और कॉलेज में राष्ट्रीय नृत्य गीत और बहुत तरह के कार्यक्रम किए जाते हैं और इनमें से सबसे प्रमुख फ्लैग होइस्टिंग का कार्यक्रम माना जाता है| देश की कई संगठन तथा सरकारी कार्यालय में भी कार्यक्रम आयोजित किया जाता है की जगह पर कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया जाता है

Republic Day) गणतंत्र दिवस समारोह में क्या होता है

भारत के राष्ट्रपति के आने के बाद परेड शुरू होती है| राष्ट्रपति के गुण स्वर अंगरक्षक पहले राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देते हैं जिसके बाद राष्ट्रगान बजाया जाता है| इसके बाद 21 तोपों की सलामी दी जाती है| भारतीय सेवा की साथ तोपों से यह सलामी दी जाती है जिन्हें 25 पोंडर्स के नाम से जाना जाता है| हर एक टॉप से तीन राउंड फायर होती है| मार्च में भाग लेने वाले सेवा के हर एक सदस्य को जांच की चार परतों से गुजरना पड़ता है| यहां तक की उनके हथियारों का भी बड़े पैमाने पर निरीक्षण किया जाता है जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह जिंदा कारतूस नहीं ले जा रहे हैं