What is Startup in Hindi – स्टार्टअप क्या है कैसे काम करता है

What is Startup in Hindi – स्टार्टअप क्या है कैसे काम करता है दोस्तों आप लोगो ने कभी ना कभी स्टार्टअप नाम के वारे में सुना ही होगा इसकी वजह ये है की न्यूजपेपर न्यूज़ चैनल और सोशल मीडिया की मदद से स्टार्टअप सक्सेस स्टोरी किस स्टार्टअप को कितनी फील्डिंग मिली कौन सा स्टार्टअप यूनिकॉर्न बना इस तरह की न्यूज़ बार-बार सुनने में आती ही रहती है

What is Startup in Hindi

लेकिन ऐसा भी नहीं है की सब को ही स्टार्टअप के वारे में पता हो क्यूंकि बहुत से ऐसे भो लोग हैं जिन्होंने कभी स्टार्टअप के वारे में सुना ही नहीं है अगर भी स्टार्टअप के वारे में नहीं जानते है आपको स्टार्टअप की जानकारी नहीं है| और आपको भी इस स्टार्टअप से जुडी जानकारी चाहिए और आप जानना चाहते हैं की What is Startup in hindi तो आप हमारे पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढ़ें क्योंकि इस पोस्ट में हमने स्टार्टअप से जुडी सभी जानकारियां बहुत आसान सी भाषा में बताई है

What is Startup in Hindi स्टार्टअप क्या है?

स्टार्टअप का सिंपल सा मतलब है हिंदी में चालू करना और अगर बिजनेस की नज़र से देखे तो भी इसका मतलब है किसी एक आईडिया के ऊपर बिजनेस स्टार्ट करना आज के टाइम में दुनिया में एक छोटी सी चीज़ से लेकर बड़ी से बड़ी चीज़ कुछ भी हो वो सब पहले किसी न किसी का आईडिया ही था उसके बाद उन लोगो ने अपने आईडिया पर काम कर कर अपने आईडिया को हक़ीक़त में दुनिया के सामने रखा अब चाहे वो ज़हाज़ हो या एक प्लास्टिक बोल और जैसे जैसे दुनिया बढ़ रही है उसी तरह से नई-नई चीज़े भी आ रही है और ऐसे ही स्टार्टअप की शुरुआत होती है

What is Startup in Hindi स्टार्टअप कैसे काम करता है

स्टार्टअप कंपनी भी दूसरे बिजनेसमैन की तरह ही काम करती है इसमें भी बहुत से एम्पलाई मिलकर एक प्रोडक्ट तैयार करते हैं और उसको मार्केट में उतर कर सेल करते हैं लेकिन स्टार्टअप को बिजनेस से जो चीज अलग बनाती है वह स्टार्टअप का यूनिक तरीका यानी स्टार्टअप किसी भी प्रॉब्लम को यूनिक तरीके से सॉल्व करती है

अगर आपको एक किराने की दुकान खोलनी है तो आप सामान्य तौर पर एक जगह है दुकान के लायक उसको लेकर दुकान खोलते हैं और फिर कस्टमर के आने का इंतजार करते हैं या फिर किसी भी बिजनेस की फ्रेंचाइजी लेते हैं जो कि पुराना तरीका है|

लेकिन अगर आप स्टार्टअप को किराने की दुकान खोलनी है तो वह किराना से जुडी सभी आने वाली परेशानियों पर सोच विचार करेगा और उसे कोई परेशानी नजर आती है तो उसे सॉल्व करने के लिए बिल्कुल नया बिजनेस मॉडल तैयार करेगा|

BANK BALANCE KAISE CHECK KARE

मिसाल के तौर पर मान लीजिए कस्टमर को ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी करना है वह भी इस प्राइस पर जो कस्टमर को मार्केट में मिलता है तो कस्टमर को मार्केट या दुकान पर जाने की परेशानी का समाधान भी हो स्टार्टअप और स्टार्टअप को ऑनलाइन के थ्रू लाखों कस्टमर भी आसानी से मिल जाते हैं

What is Startup in Hindi स्टार्टअप के उद्देश्य

स्टार्टअप अपने आइडिया पर बहुत तेजी से काम करता है और अपनी मंज़िल को पाने के लिए सबसे पहले एक बुनियादी प्रोडक्ट को तैयार करता है और उसको मार्केट में लांच करता है वह लोगों के फीडबैक, सुझाव और मार्केट के डिमांड के हिसाब से अपने प्रोडक्ट में धीरे-धीरे सुधार करता है|

जब आप अपने स्टार्टअप के कस्टमर बेस को बढ़ाना चाहेंगे और अपने स्टार्टअप को बड़ा करना चाहेंगे तो आपको फंड की ज़रूरत होगी और इन्वेस्टर से आपको मदद लेनी होगी

Entrepreneur स्टार्टअप शुरू करता है

जैसा की आप दुनिया में देखते आ रहे हो की आप अगर यह पढ़ते हैं तो यह बनेंगे वह डिग्री लेते हैं तो यह कहलाओगे एंटरप्रेन्योरशिप में ऐसा नहीं होता यहां कोई ऐसा एग्जाम नहीं होता जिसको क्लियर करने पर आप खुद को एंटरप्रेन्योर कह सकते हैं इसमें आपको खुद से ही काम करना होता है खुद ही काम करोगे आपको अपने अंदर मार्केटिंग लीडरशिप जैसी स्किल डेवलप करनी होगी

MPLADS FULL FORM IN HINDI

इस मामले में युवा लोग ही अपना नया वेंचर स्टार्ट करते हैं is zamane के प्रॉब्लम्स को समझते हैं और उसके लिए बहुत इन्नोवेटिव प्रोडक्ट या सर्विस प्रोवाइड करते हैं जो उसे प्रॉब्लम का सबसे बेहतर सॉल्यूशन है इस tarha से जो insan रिस्क लेकर नए बिजनेस को स्टार्ट करता है वही एंटरप्रेन्योर कहलाता है

स्टार्टअप का इतिहास क्या है? (What is Startup History)

स्टार्टअप का नाम 1550 से प्रेवेलेंट है स्टार्टअप नाम Upstart से निकला है जिसका मतलब है नवोदय या कल का नवाब जो किसी ऐसे नए कारोबार को डिसप्लाएड करता है जो कुछ नया है जो की फ्यूचर में तरक्की करने वाला है| 1976 में फोर्ब्स मैगजीन ने पहली बार नवोदित कंपनी को संदर्भित करने के लिए स्टार्टअप नाम का इस्तेमाल किया था|

वैसे तो स्टार्टअप काफी पुराना नाम हो चूका है लेकिन 1800 और 1900 के दशक के बाद से यह काफी लोग प्रिया हुआ जैसे की 1900 के दशक में कैलिफोर्निया में सिलिकॉन वैली ने स्टार्टअप्स को फेमस बना दिया विशेषकर नई तकनीक का इस्तेमाल करने वाले स्टेटस को जिसमें स्टार्टअप क्या है यह जानने की लोगों में उत्सुकता (क्यूरोसिटी) बड़ी तो स्टार्टअप एक ऐसे नए व्यवसाय को कह सकते हैं| जो अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ते हैं नई चीज लाते हैं और लोगों को रोजगार देते हैं वह पूरे उद्योग को बदल सकते हैं और तय कर सकते हैं की फ्यूचर कैसा होगा|

INSTAGRAM REELS KYA HAI

स्टार्टअप के लिए फंड कैसे लाएं

  • स्टार्टअप को कई राउंड की फंडिंग से पैसे जुटाना होते हैं पहले फंडिंग फाउंडर्स और उनके फ्रेंड फैमिली के द्वारा बिजनेस मेंनिवेशन करते हैं जिसे हम बूटस्ट्रैप फंडिंग कहते हैं|
  • इसके बाद सीड फंडिंग जो एंजेल इन्वेस्टरों से आती है एंजल इन्वेस्टर के तौर पर वह लोग होते हैं जो बहुत पैसे वाले होते हैं और वह किसी भी कंपनी के शुरुआती स्टेज में इन्वेस्ट करते हैं|
  • इसके बाद स्टार्टअप कंपनी में एबीसी और दी राउंड की फंडिंग होती है जो बड़े व्यवसाययों इन्वेस्टो फॉर्म द्वारा करोड़ों रुपए इन्वेस्टमेंट की जाती है|
  • और इसके बाद अंत में स्टार्टअप कंपनी सार्वजनिक इन्वेस्टमेंट लेने के लिए आईपीओ एक विशेषण एस पैक और डायरेक्ट स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट करती है|

Startup ke Fayde

  • स्टार्टअप कंपनी अपने कर्मचारियों को ऐसे लगते हैं जिससे कि वह सफल हो सके नए स्केल सीख सके और अपने काम कर सके जो उन्हें कहीं और करने का अवसर न मिले|
  • स्टार्टअप में अपने इंप्रेस को सभी प्रकार की फॉक्स फ्लैक्सिबिलिटी देने में विश्वास रखते हैं जिससे एम्पलाई जहां और जैसा कार्य करना चाहे वह कंफर्टेबल कार्य कर सके|
  • यदि आपका स्टार्टअप मार्केट में सफल हो रहा है तो आपके यहां इन्वेस्टर की लाइन लग जाती है और इस प्रकार आपके स्टार्टअप की वैल्यूएशन बढ़ जाती है और कम समय में आप बहुत अच्छा पैसा कमा सकते हैं|