Diwali Par Nibandh – दिवाली पर निबंध ये तो हम सभी जानते है की हमारे देश में बहुत त्योहार मनाये जाते है हर धर्म में जिसमे से कुछ त्योहार बहुत अच्छे और बहुत बड़े होते उनको पूरा देश मिलकर मनाता है ऐसे ही दिवाली है जिको हमारे देश में बहुत दिल से मनाया जाता है और इस दिवाली के त्योहार को बहुत धर्म के लोग मनाते है यह त्यौहार भगवान श्री राम के 14 साल के वनवास काटके आने की खिशी में मनाया जाता है इसके अलावा ये दिवाली का त्यौहार अच्छे और बुराई को भी दिखता है दिवाली दशरे के २० दिन बाद आती है और अगर हिन्दू महीने से देखे तो ये हिंदू महीने कार्तिक में मनाई जाती है अगर आप दिवाली पर निबंध लिखना चाहते है या आप किसी को Diwali Par Nibandh भेजना चाहते है तो आप को इसकी पूरी जानकारी होना बहुत ज़रूरी है अगर आप कोई दिवाली निबंध लिखने केवारे में जानना चाहते है तो आज हम अपनी इस पोस्ट में आपको दिवाली की बहुत ज़रूरी जानकारिया देने वाले है जो की आप के लिए बहुत ही काम की हो सकती है

Diwali Par Nibandh (Essay on Diwali
दिवाली जिसको हम दीपावली के नाम से भी मानते है ये एक हिन्दू त्योहार है और ये साल में एक बार मनाया जाता है यह त्योहार भारत में बहुत खुसी और बहुत ही खूबसूरती से मनाया जाता है
दिवाली भगवान राम की पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या वापस लौटने की खुशी में मनाई जाती है
दिवाली का मतलब है दीपकों की पंक्ति और लोग अपने घरो को दीपको से सजा कर मानते हैघरो में दीपक जलने के साथ साथ लोग अपने दिल को और अपनी आत्मा को साफ करने की तरफ को बढ़ते है दिवाली के दिल लोग बहुत तरह के जुलुस पूजा और बहुत तरह के प्रोगराम रखते है अपने घरो में दिवाली में अपने घरो और मंदिर को बहुत अच्छे से सजाते है दिवाली के दिन लोग अपने दोस्तों और अपने परिवार के साथ टाइम बिताते है
दिवाली हिन्दू धर्म के साथ साथ और भी बहुत धर्म के लोग मानते है यह त्यौहार भारत की विविधता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है और एकता और हमारे भाईचारे को बढ़ता है करता है और दिवाली के दिन लोग अपने दोस्तों और परिवार वालो को तोफे भी देते है और सबसे ज़्यादा दिवाली पर मिठाइयों का मज़ा लिया जाता है रंग बी रंगी मिठाईया लाइ जाती है इस से समाज में एकता और मोहब्बत को बढ़ावा मिलता है
इंडिया में दिवाली खुशियों और मनोरंजन का त्योहार है ये त्योहार लोगो की ज़िन्दगी में एक बहुत बड़ी पवित्रता और खुवाईशो का त्योहार है
दीपावली पर निबंध (Diwali Par Nibandh)
दीपावली का अर्थ– दिवाली को दीपावली के नाम से भी जाना जाता है ये दुनिया भर में रहने वाले हिन्दुओ का सबसे पवित्र त्योहार है दीपावली संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है
दीप + आवली देव का अर्थ होता है दीपक तथा आवली का अर्थ होता है| श्रृंखला जिसका मतलब हुआ दीपों की श्रृंखला या दीपों की पंक्ति दीपावली का त्योहार कार्तिक मास के अमावस्या के दिन मनाया जाता है| यह त्यौहार दुनिया भर के लोगों बहुत ख़ुशी के साथ मनाया जाता है हालांकि इसे हिंदू त्योहार माना जाता है लेकिन बहुत से समुदाय के लोग भी दीपावली पर पटाखे और आतिशबाजी के जरिए इस उज्जवल त्यौहार को मानते हैं|
दिवाली में पटाखों का महत्व– हम दीपावली को रोशनी का त्योहार कहते है दीपावली के दिन हम लोग मिट्टी के बने दीपक जलते हैं और अपने घरों को बहुत रंगों और आकारों की रोशनी से सजाते हैं| जिसे देखकर कोई भी मंत्र मुग्ध हो सकता है इस पर्व में बच्चों को पटाखे जलाना और बहुत तरह की आतिशबाजी जैसे फुलझड़ियां रॉकेट फव्वारे चरखी और भी बहुत रहा के पटाखे जलना पसंद करते हैं
दिवाली का महत्त्व
यह त्यौहार उस टाइम मनाया जाता है जब किसान अपनी ख़रीफ़ फसल काट चुके होते हैं। चार महीने की कड़ी मेहनत के बाद फसल काटने के बाद उनके पास खुशी और खुशी के लिए बहुत टाइम होता है। जिसे वे दीपावली के त्योहार की खशियो से पूरा करते है । लोग अपने घरों को साफ और चमक दर रखते हैऔर अपनी तरफ से अच्छे से अच्छा करते है और अपने घर की सफ़ाई करते हैं और नये कपड़े खरीदते हैं। धनतेरस के दिन बर्तन, सोने-चांदी के सामान आदि भी खरीदे जाते हैं। इस तरह , दिवाली का त्योहार हर जगह खुशियों का स्वच्छ और खुशहाल माहौल लेकर आता है
धार्मिक महत्व
पुरे देश में मनाये जाने वाला त्योहार पश्चिम बंगाल में काली पूजा या दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बड़े-बड़े पंडालों और पूजा स्थलों में शक्ति की प्रतीक देवी दुर्गा की मूर्ति स्थापित करके पूजा अनुष्ठान किया जाता है। मां दुर्गा की पूजा के पीछे मान्यता यह है कि सर्वशक्तिमान देवी हमारे सभी दुखों को दूर करें और इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है ताकि वह धन प्रदान करके जीवन की गरीबी को ख़तम कर दें और जीवन को भौतिक रूप से खुशहाल बना दें।
दिवाली का आर्थिक महत्व
सभी त्योहारों और सेलेब्रेशन्स का अपना-अपना सामाजिक, धार्मिक और आर्थिक महत्व होता है। दिवाली मनाने का आर्थिक महत्व भी है. व्यवसायी लोग कार्तिक अमावस्या की लक्ष्मी पूजा के बाद ही अपना नया खाता-बही शुरू करते हैं। साहूकार इस दिन तक अपने साल भर के ऋण खाते को पूरा करने का प्रयास करते हैं। धनतेरस के बाद बाजार में सभी दुकानें पटाखों, मिठाइयों और कपड़ों से सज जाती हैं। दुकानदार और कंपनियां ग्राहकों को आकर्षक ऑफर देते हैं। इस तरह सोना, चांदी, वाहन, कपड़े और मिठाइयों के बाजार में साल की सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दिवाली के त्योहार के दौरान ही होती है
Diwali से जुड़े कुछ तथ्य
- दिवाली हिंदू धर्म का प्रमुख त्यौहार है जिसे विभिन्न भागों में विशेष रूप से मनाया जाता है जैसे की लक्ष्मी पूजा, धनतेरस, छोटी दीवाली, महापर्व और भैया दूज
- दिवाली के दिन लक्ष्मी माता की पूजा की जाती है जिसे धन संपत्ति और सफलता की आशीर्वाद प्राप्ति करने के लिए किया जाता है
- दिवाली के दिन लोग विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट खाने बनाते हैं और उन्हें दोस्तों और परिवारों के साथ साझा हैं
- दिवाली के मनोरंजन का हिस्सा पटाखे होते हैं जिन्हें बच्चे और बड़े दोनों खुशी-खुशी पटाखे जलाते हैं
- दीपावली एक सामाजिक महत्वपूर्ण त्यौहार है जो लोगों को एक साथ आने और एक दूसरे के साथ समय बिताने का मौका देता है|
- हिंदुओं में इस अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं
- दिवाली भारत के सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण त्योहार में से एक है
- भारत में इस दिन सार्वजनिक अवकाश रहता है और लोग इस त्यौहार को बड़े धूमधाम के साथ मनाते हैं
- यह त्यौहार हिंदुओं का सबसे प्रिया और आनंददायक त्योहारों में से एक है जिसे अन्य धर्म और संप्रदाय के लोग भी आसपास में मिलजुल कर मनाते हैं
FAQ’s
दिवाली के 5 दिन कौन से होते है
दिवाली के 5 दिन धनतेरस नरक चतुर्दशी लक्ष्मी पूजा गोवर्धन पूजा और भैया दूज ये होते है
दीपावली का क्या अर्थ है?
दीपावली संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बनाया गया है| दीप + आवली। ‘दीप’ अर्थात ‘दीपक’ और ‘आवली’ अर्थात श्रृंखला जिसका मतलब हुआ दीपकों की श्रृंखला या दीपों की पंक्ति|
दिवाली का त्यौहार कैसे मनाया जाता है?
दिवाली का त्योहार मिट्टी के दीप या फिर तरह-तरह के लाइट और रंगोली से अपने घर को सजाकर खुशियां बताकर लक्ष्मी गणेश की पूजा करके अच्छे-अच्छे पकवान बनाकर और तरह तरह की मिठाईया हर्ष और उल्लास के साथ दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है