दोस्तों आज हम आपको GUI FULL FORM IN HINDI के बारे बताने वाले है, GUI का Full फॉर्म क्या होता है, GUI FULL FORM IN HINDI को हिन्दी में क्या कहते है. तो दोस्तों आज हम आपको GUI FULL FORM IN HINDI के बारे में पूरी जानकारी देंगे.

1. GUI का फुल फॉर्म
2. GUI क्या होता है?
3. GUI के कंपोनेंट्स
4. GUI का प्रमुख लाभ
5. GUI कैसे काम करता है
6. GUI के नुक्सान
GUI का फुल फॉर्म
Graphical User Interface GUI का फुल फॉर्म होती है, ग्राफिकल यूज़र इंटरफ़ेस इसको हिंदी मे कहते है|
GUI क्या होता है?
जो ग्राफिक तत्वों के जरिये (Channel) से इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज (Appliances) जैसे कंप्यूटर और टैबलेट के साथ बातचीत करने की इजाजत देता है, यह टेक्स्ट आधारित कमांड के विपरीत मालूमात को ज़ाहिर करने के लिए है, आइकन, मेनू और अन्य ग्राफिकल पेशकश (Prastuteekaran) का इस्तेमाल करता है| ग्राफिक तत्व उपयोगकर्ताओं को कंप्यूटर पर कमांड रखने और माउस या दूसरा इनपुट दस्तावेज (उपकरणों) का इस्तेमाल करके काम को पसन्द करने में काबिल बनाते हैं, GUI के तहत चलने वाले प्रोग्राम में ग्राफिक तत्वों का एक ख़ास (vishisht) सेट होता है.
किसी ख़ास इंटरफ़ेस सीखने के बाद उपयोगकर्ता नए कमांड सीखे बगैर इन कमांड को इस्तेमाल कर सके. ज़ेरॉक्स 8010 इंफॉर्मेशन सिस्टम पहला GUI (जीयूआई) सेंटर Computer (कंप्यूटर ) ऑपरेटिंग मॉडल था, इसे एलन के डगलस एंगेलबार्ट और ज़ेरॉक्स PARC में इनके साथियों ने तैयार किया था, 2014 तक सबसे ज़्यादा पॉपुलर (लोकप्रिय) GUI (जीयूआई) Microsoft Windows (माइक्रोसॉफ्ट विंडोज) और मैक ओएस एक्स हैं, अगर हम मोबाइल सामग्री (उपकरणों) के बारे में बात करते हैं तो ऐप्पल के आईओएस और Google के एंड्रॉइड इंटरफेस व्यापक बनावट से इस्तेमाल किए जाने वाले जीयूआई हैं.
GUI के कंपोनेंट्स
- Pointer – यह एक निशानी है जो डिस्प्ले स्क्रीन पर दिखाई देता है| इसे कमांड और ऑब्जेक्ट्स में ले जाया जा सकता है|
- Pointing device – यह आपको पॉइंटर को स्थानांतरित करने और स्क्रीन पर माउस या ट्रैकबॉल जैसी वस्तुओं का सिलेक्शन करने की परमिशन (इजाज़त) देता है|
- Icons – यह डिस्प्ले स्क्रीन पर मौज़ूद छोटी तस्वीर है जो कमांड, फाइल, विंडो वगैरह की नुमाइंदगी करते हैं| आप पॉइंटर और पॉइंटिंग डिवाइस का इस्तेमाल करके इन कमांड को निष्पादित (Execution) कर सकते हैं|
- Desktop – यह डिस्प्ले स्क्रीन है जिसमें आइकॉन होते हैं|
GUI का प्रमुख लाभ
यह आपको एक प्रोग्राम के अन्दर अधिक जानकारी प्राप्त करने की इजाज़त देता है| जीयूआई ग्राफिक्स Users (उपयोगकर्ताओं) को Complex Programs (जटिल कार्यक्रमों) को अधिक आसानी से इस्तेमाल करने की इजाज़त देता है| यह वक़्त बचाता है क्योंकि आपको मैन्युअल रूप से कॉन्फ़िगरेशन संपादन करने की आवश्यकता नहीं है। आप प्वाइंट और क्लिक के कार्यों को आसानी से याद कर सकते हैं। और यह प्वाइंट और क्लिक इंटरफेस के साथ यूजर फ्रेंडली सॉफ्टवेयर बनाने में मदद करता है.
GUI कैसे काम करता है
एक GUI कंप्यूटर के उपयोगकर्ता को स्क्रीन पर एक पॉइंटर घुमाकर और एक बटन क्लिक करके कंप्यूटर के साथ संचार करने की परमिशन (इजाज़त) देता है| स्क्रीन के हर जगह पॉइंटर को घुमाने के कई तरीके हैं जैसे माउस, ट्रैकबॉल, बटन, टचपैड, टचस्क्रीन, जॉयस्टिक और वीडियो गेम कंट्रोलर। इनमें से सबसे ज्यादा माउस का इस्तेमाल (यूज़) किया जाता है| सेंसर ट्रैक करते हैं कि माउस कहाँ ले जाया गया है और जब माउस बटन दबाया जाता है तो यह कंप्यूटर को प्रेषित (Sent) होता है जो इसे कंप्यूटर की स्क्रीन पर गति और दुसरा गतिविधि में परिवर्तित करता है| कंप्यूटर स्क्रीन पर पॉइंटर कहां है और बटन कैसे दबाया जाता है.
इसके आधार पर कम्प्यूटर अलग-अलग काम करता है| कंप्यूटर पर एक प्रोग्राम लगातार स्क्रीन पर पॉइंटर के स्थान, किसी भी माउस मूवमेंट और दबाए गए किसी भी बटन की जांच करता है| यह भी जांचें कि उन्हें कितनी तेजी से दबाया जाता है| कार्यक्रम तय करता है कि उपयोगकर्ता इन क्रियाओं के माध्यम से क्या करना चाहता है|GUI वास्तव में उपयोगकर्ता भाषा का अनुवाद करता है जिसमें सरल एक-पंक्ति कमांड और सिंगल क्लिक और मशीन भाषा या असेंबली भाषा के लिए डबल क्लिक शामिल हैं|
मशीन की भाषा मशीन द्वारा समझी जाती है और इसलिए मशीन शुरू किए गए कार्य का जवाब देती है जिसका इस्तेमाल भाषा का यूज़ करने के लिए किया जाता है और GUI के माध्यम से उपयोगकर्ता को सूचित किया जाता है, अगर आपको अभी भी समझ में नहीं आया है, तो इसे Examples (उदाहरणों) के साथ और आसानी से समझें| Example (उदाहरण) के लिए:- नीचे आप कंप्यूटर स्क्रीन देख सकते हैं, इसमें मौजूद (सभी) सॉफ्टवेयर के आइकॉन कैसे हैं| अब मान लीजिए कि आप Google Chrome चलाना चाहते हैं, तो आपको बस माउस को Google आइकन पर ले जाना है और डबल क्लिक करना है| इसके बाद गूगल क्रोम ओपन हो जाएगा.
GUI के नुक्सान
1:- Pre-Programmed. इसमें आप वो काम कर सकते है जो पहले से किसी डेवलपर के जरिये प्रोग्राम किया गया हैं, आप इसमें कुछ नया करने का सोच भी नहीं सकते.
2:- Power Consumption. GUI वाला सिस्टम अधिक बिजली की खपत करता है
3:- Slow. साधारण कमांड-आधारित इंटरफ़ेस की तुलना में यह थोड़ा धीमा है.
4:- More Memory Space. यह साधारण कमांड आधारित इंटरफेस की तुलना में ज़्यादा जगह घेरता है.
5:- Difficult For Programmer –GUI उपयोगकर्ता के लिए सरल (आसान) हो सकता है, लेकिन प्रोग्रामर के लिए यह आसान नहीं है, जिसे हर एक फ़ंक्शन को डिज़ाइन और लागू करना होता है और अमूर्त को भी लागू करना होता है ताकि उपयोगकर्ता GUI का लाभ (फायदा) उठा सके.
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