Primary Teacher Kaise Bane – प्राइमरी स्कूल के टीचर कैसे बने दोस्तों ये तो सभी जानते है की आजकल के स्टूडेंट्स में अपने करियर को लेकर बहुत ज़्यादा जागरूकता है इसकी यही वजह है की स्टूडेंट्स अपनी स्कूली शिक्षा खत्म होने से पहले ही अपने करियर के वारे में सोचने लगते है और अपना करियर पहले ही तय कर लेते हैं| जिनमें से कोई डॉक्टर बनना चाहता है| कोई इंजीनियर बनना चाहता है| और इन्ही में से कुछ ऐसे होते है जो टीचर बनकर अपना भविष्य देखना चाहते हैं| ज़्यादा लोग ऐसे होते हैं|
![Primary Teacher Kaise Bane](https://thefullformhindi.com/wp-content/plugins/gumlet/assets/images/pixel.png)
जो चाहते है की सरकारी प्राइमरी टीचर या प्राइमरी स्कूल मास्टर बन जाये क्योंकि टीचर की नौकरी सम्मान जनक होती है| अध्यापक या मास्टर बनकर दूसरों को ज्ञान देना बहुत अच्छी बात होती है| और टीचर बनना एक सौभाग्य की बात होती है| अध्यापक कई तरह से बना जाता है| एक अध्यापक वह होते हैं| जो बड़े बच्चों के अध्यापक बनना चाहते हैं| तथा कुछ ऐसे होते हैं| जो प्राइमरी स्कूल के अध्यापक बनना चाहते हैं| प्राइमरी स्कूल के टीचर भी सरकारी टीचर होते हैं|
अगर आप सरकारी स्कूल के टीचर के बारे में जानना चाहते हैं| या फिर सरकारी स्कूल के टीचर बनना चाहते हैं| तो हमारे इस पोस्ट को लास्ट तक धयान से पढ़ें| इस पोस्ट में हम आपको प्राइमरी अध्यापक से जुड़ी सभी जानकारी देने वाले हैं
Primary Teacher Kaise Bane
इसका अंदाज़ा तो नाम से ही लगाया जा सकता है की सरकारी टीचर यानी सरकारी टीचर का सरकारी विद्यालय से संबंध है| प्राइमरी विद्यालय में कक्षा 1 से पांच तक के बच्चों को पढ़ाने का काम किया जाता है| अगर आप प्राइमरी स्कूल के शिक्षक बनना चाहते हैं| तो आपके अंदर बहुत सी खाशियत होनी चाहिए| क्योंकि आपको यह मालूम होगा ही के सरकारी टीचर शिक्षक को छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाना होता है| इसकी यही वजह होती है की सरकारी अध्यापक के अंदर रचनात्मकता, विश्वसनीयता, विवेक, दया, विनम्रता, नेतृत्व तथा कुछ नया सीखने की आदत, प्राइमरी के बच्चों को ज्यादा से ज्यादा सिखाने की आदत, बच्चों को पढ़ाई के लिए उत्साहित करना| और विनम्रवाणी आदि
यह सभी चीजें उस इंसान के अंदर होनी चाहिए जो सरकारी अध्यापक बनना चाहता है| इसके अलावा प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए आपके पास बहुत सी योग्यता भी होनी चाहिए| इन सभी अच्छाइयों और कुछ योग्यताओं के बाद आप प्राइमरी शिक्षक बनने योग्य हो जाते हैं
Primary Teacher Kaise Bane प्राइमरी टीचर बनने के लिए योग्यता
- प्राइमरी टीचर बनने के लिए आपको सबसे पहले 12वीं में अच्छे अंको से उत्तीर्ण होना चाहिए|
- किसी भी Stream से Graduation पास होना चाहिए|
- ग्रेजुएशन में कम से कम 50% से 55% अंक होने अनिवार्य हैं|
- Graduation करने के बाद आपको B.ED या D.EL.ED करना चाहिए|
- प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए आपको TET या CTET Clear करना होता है|
- TET या CTET करने के लिए आपको Entrance Exam Clear करना होता है|
- प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए आपको शिक्षक भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण करने अनिवार्य होती है|
सरकारी टीचर कैसे बने
अब हम आपको बताएंगे कि सरकारी टीचर कैसे बने लेकिन इससे पहले हम आपको बताना चाहेंगे कि शिक्षकों को कितने भागों में विभाजित किया गया है| शिक्षकों को तीन भागों में विभाजित किया गया है जो जो की कुछ इस तरह से है
HELICOPTER KA AVISKAR KISNE KIYA
- प्राइमरी शिक्षक
- प्रशिक्षित ग्रेजुएट शिक्षक
- पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षक
विषय | TRT | TGT | PGT |
योग्यता | 12वीं और बीटीसी या एनटीटी या बीएलईडी | ग्रेजुएट और बी.एड | पोस्ट ग्रेजुएशन और बी.एड |
शिक्षण का स्तर | 1 से 5वें स्तर | छ: से दसवीं तक का स्तर | 11वीं और12वीं स्तर |
प्रमाण पत्र | सीटीईटी या राज्य टीईटी | सीटीईटी या राज्य टीईटी | _ |
वेतन संरचना | पे बैंड:9300- 34800/- प्लस 4200/-ग्रेड पे | पे बैंड: 9300- 34800/- प्लस 4600/- ग्रेड पे | पे बैंड: 9300- 34800/- प्लस 4800/- ग्रेड पे |
प्राइमरी टीचर की सैलरी कितनी होती है
अगर आप जानना चाहते हैं| की सरकारी टीचर की सैलरी कितनी होती है| तो हम आपको बता दें की एक सरकारी टीचर की सैलरी आकर्षक होती है|अगर हम उत्तर प्रदेश की बात करें तो उत्तर प्रदेश में प्राइमरी शिक्षक का वेतन करीब 41,000 होता है| यह हर एक राज्य में अलग-अलग भी हो सकता है| सरकारी प्राइमरी शिक्षक का वेतन 7वें आयोग के अनुसार हम आपको तालिका के द्वारा स्पष्ट करेंगे|
Pay Scale | Rs. 9300 to 35400 |
Grade Pay | Rs 4200 |
Pay Scale (as per 7th pay commission) | Rs. 9300-34800 with Grade Pay of Rs. 4200/- |
House Rent Allowances (HRA) | Rs 3240 |
Dearness Allowances (DA) | 12% of basic pay |
Total Salary (approx) | Rs.37000 (approx.) |
Pay Scale | Rs. 9300 to 35400 |
Grade Pay | Rs 4200 |
Primary Teacher Kaise Bane
Primary Teacher Kaise Bane – सरकारी टीचर उनको कहा जाता है जो छोटे-छोटे बच्चों के मन में उभरते हुए अटपटे सवाल और उनकी कल्पनाओं से जुड़े सवालों का सही उत्तर दे सके और उनके दुविधा को दूर कर सके और इसकी यही वजह है की सरकारी टीचर को गोल्डन टीचर के नाम से भी जाना जाता है सरकारी टीचर कक्षा 1 से लेकर कक्षा 5 तक पढ़ाती है
- प्राइमरी टीचर बनने के लिए 10+2 में किसी भी स्ट्रीम से 50% अंक होने चाहिए|
- उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से 35 वर्ष होनी चाहिए|
- स्नातक पूरी करने के बाद प्री और प्राइमरी टीचर ट्रेनिंग कोर्स पूरा करना होगा|
- एक बार ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आपने जी यह सरकारी इंस्टिट्यूशन में टीचर के रूप में कार्य कर सकते है|
प्रशिक्षित ग्रेजुएट शिक्षक
युवा दिमाग को पढ़ाना रोमांचक सफर होता है इस सफर में एक टीचर युवा दिमाग से निकलते सवालों को सही दिशा के साथ समझाते हैं इस स्टेज में टीचर को पथ प्रदर्शक की उपाधि मिल जाती है यानी उन बच्चों के सपनों को आसमान में उड़ान भरने के लिए प्रोत्साहित कर सही मार्गदर्शन करना TGT हायर प्रायमरी कक्षा तक के छात्रों को पढ़ा सकते हैं प्रशिक्षित ग्रेजुएट शिक्षक कैसे बने से संबंधित जानकारी हम नीचे आपको बताएंगे|
- प्रशिक्षित ग्रेजुएट शिक्षक बनने के लिए उम्मीदवार को 10+2 में किसी भी स्ट्रीम से 50% अंक होने चाहिए|
- इसके बाद आपको स्नातक की शिक्षा पूर्ण करनी होगी|
- स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद B.ED का कोर्स करना होगा|
पोस्टग्रेजुएशनशिक्षक
पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षक यानी सीनियर सेकेंडरी हायर स्कूल टीचर एक पोस्ट ग्रैजुएट टीचर बनने के लिए आपको ग्रैजुएट पोस्ट ग्रैजुएट के साथ-साथ B.ED की डिग्री भी प्राप्त करनी होगी सरकारी टीचर बनने के लिए आवेदक को अपने राज्य सरकार द्वारा निर्धारित प्रवेश परीक्षा देनी होती है
प्राइमरी स्कूल टीचर बनने के फायदे
- प्राइमरी शिक्षक को छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाने का अवसर प्राप्त होता है|
- दूसरी नौकरियों की अपेक्षा शिक्षक को अधिक छुट्टी मिलती है|
- प्राइमरी शिक्षक को बहुत अच्छा वेतन प्राप्त होता है|
शिक्षक का पद बाकी पदों से अधिक सम्मानजनक पद होता है| - शिक्षक को पढ़ाने का समय निश्चित होता है| पढ़ाने के अलावा उसको अधिक कार्य करने की आवश्यकता नहीं होती है|
- अन्य सरकारी नौकरियों के अलावा शिक्षक की नौकरी को बहुत अच्छा माना जाताहै|
- क्योंकि इस नौकरी में किसी प्रकार का कोई बोझ नहीं होता है