Bharat Me Kitni Bhasha – बोली जाती है दोस्तों जैसा की आप सभी जानते है की भारत एक बहुत बड़ा देश है और जितना बड़ा भारत देश है उतनी ही यहाँ पर भाषाएं बोली जाती है यह तो आप सभी जानते ही होंगे कि भारत में बहुत तरह की भाषाएं बोली जाती है इसकी एक वजह ये भी है की भारत में काफी सारी जातियों के लोग रहते हैं इसलिए भारत में काफी सारी भाषाएं बोली जाती है
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आज हम आपको अपनी आज की पोस्ट की मदद से भारत देश की भाषाऔ के वेयर में बताने वाले है आज के इस पोस्ट के अंदर हम आपको बताएंगे कि भारत में कितनी भाषाएं बोली जाती है अगर आप भारत में बोली जाने वाली भाषाओं के नाम जानना चाहते हैं और उनके बारे में सभी ज़रूरी जानकारी चाहते है तो आज का हमारा ये पोस्ट आपके लिए बहु काम का होने वाला है क्योंकि हमारा भारत देश ही एक ऐसा देश है जहां पर बहुत सी प्रॉविन्सेस और जातियों के लोग रहते है जी की अलग अलग तरह की भाषा बोलते है एक्साम्प्ले तौर पर आपको बता दें की अगर आप किसी राज्य से हैं तो उस राज्य की भाषा हिंदी, मराठी, उर्दू, भोजपुरी, राजस्थानी, पंजाबी आदि भी हो सकती है|
Bharat Me Kitni Bhashaभाषाओं के बारे में अधिक जानकारी
अगर हम आपको बताये की भारत में 28 राज्य और 8 केंद्र गवर्नड स्टेट हैं लेकिन इन सभी जगह पर लोग एक दूसरे से अलग अलग भाषाओं में बात करते हैं हालांकि भारत की कोई राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत में बहुत सी भाषाएं बोली और समझी जाती हैं लेकिन ज़्यादा तर हिंदी भाषा भारत में बोली और समझी जाती है| भारतीय संविधान में केवल 22 भाषाओं को ही मान्यता दी गई है| इसी के साथ आपको बता दें कि 2011 के आंकड़ों के मुताबिक ऐसे लोग जो 10,000 से अधिक एक भाषा को बोलते हैं ऐसी 122 भाषाएं भारत में बोली और समझी जाती है
पूरे भारत में कितनी भाषाएं बोली जाती है इसका सही टाइप से इवैल्यूएशन करना मुश्किल है क्योंकि भारत में बहुत सी भाषाएं बोली और समझी जाती है हिंदी और अंग्रेजी केंद्र सरकार कीऑफिसियल भाषा है| इसलिए आपको सभी सरकारी काम हिंदी और अंग्रेजी भाषा में देखने को मिलता है हालांकि राज्य सरकार की अपनी भाषा अलग हो सकती हैं जैसे कि अगर हम बात करें दक्षिण भारत की तो वहां कन्नड़, मलयालम, नौसिखिया या तमिल भाषा बोली जाती है
Bharat Me Kitni Bhasha(भारत में कुल कितनी भाषाएं बोली जाती है)
जैसा की अभी ऊपर हमने आपको बताया है की भारत में कितनी भाषाएं बोली जाती है इसका सही अनुमान लगाना मुश्किल है क्योंकि भारत में बहुत सी भाषाएं बोली और समझी जाती हैं लेकिन भारतीय संविधान में केवल 22 भाषाओं को ही मान्यता दी गई है हम आपको बता दें कि साल 2011 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में 122 भाषाएं बोली और समझी जाती है और जो लोग 10,000 से ज़्यादा भाषाएं बोलते हैं हिंदी और अंग्रेज़ी केंद्र सरकार की ऑफिसियल भाषा है| इसलिए आपको सरकारी दफ्तर में भी ज़्यादातर काम हिंदी और अंग्रेजी में कराने होते हैं इसके ज़्यादा भारत में 22 भाषाओं को संवैधानिक रूप से अधिकारिक भाषा का स्तर दिया गया है जिनके नाम हम आपको नीचे बताने वाले हैं
- हिंदी
- बंगाली
- असमिया
- बोडो
- तेलुगू
- तमिल
- डोंगरी
- गुजराती
- उर्दू
- सिंधी
- संथाली
- संस्कृति
- पंजाबी
- नेपाली
- ओरिया
- मराठी
- मैथिली
- मोडी
- मणिपुरी
- मलयालम
- कोंकड़ी
- कनाडा
इन सभी भाषाओं को देश की तकरीबन 90% लोग बोलते है और समझते है हालांकि भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची के तहत इन आकाश गंगा को अलग-अलग एरियाज में लिस्टेड कर राजभाषा की लिस्ट में शामिल किया गया है
Bharat Me Kitni Bhasha भारत में 122 भाषाएं कौन–कौन सी है
भारतीय संविधान में 22 भाषाओं को मान्यता मिली हुई है लेकिन इसी के साथ साथ कुल 122 भाषाएं हैं जिनको पांच भागों में बांटा गया है जिनके बारे में हम आपको नीचे बताने वाले
इंडो यूरोपियन
- हिंदी
- बंगाली
- असमिया
- बोडो
- तेलुगू
- तमिल
- डोंगरी
- गुजराती
- उर्दू
- सिंधी
- संथाली
- संस्कृति
- पंजाबी
- नेपाली
- ओरिया
- मराठी
- मैथिली
- मोडी
- मणिपुरी
- मलयालम
- कोंकड़ी
- कनाडा
ईरानियन
- अफगानी
- पश्तो
जर्मनिक
- अंग्रेजी
द्रविड़ियन
- कोंगेई /कोडागु
- जाटापू
- गोंडी
- खोंड कोंढ़
- कन्नड़
- किसन
- कोलामी
- कोंडा
- कोया
- कुई
- ओरांन
- माल्टो
- मलयालम
- तेलुगू
- तुलु
- तमिल
- परजी
ऑस्ट्रोएशियन
- भुज
- गडबा
- हो
- खरिया
- जुआंग
- कोरकू
- कोडा/ कोरा
- कोरवा
- मुंदरी
- मुंडा
- संताली
- सवारा
- निकोबरेसे
तिबेटो-बूर्मेस
- गुल
- एओ
- अंगामी
- बाल्टी
- बोडो
- भोतिया
- चकसांग
- चक्रकु/चोकरी
- चांग
- दिमासा
- देरी
- कार्बी/मिकिर
- करीमनुंगण
- कोच
- कोम
- कोनीक
- काबई
- कूकी
- किन्नौरी
- हलाम
- हंबर
- खेझा
- गारो
- गंगटे
- लद्खी
- लक हर
- लालूंग
- लाहौली
- लेपचा
- लिंआंगमेई
- लिंम्बु
- लोता
- लुशाई/मिजो
- मणिपुरी
- मिरी/मशिंग
- मिशमी
- मारम
- मरींग
- मोग
- मोंपा
- निशी / डफला
- नोके
- पेठ
- पवी
- फाम
- पोचुरी
- राभा
- राय
- रेम्मा
- सांताम
- सेम
- शेरपा
- सिम
- तामंग
- तांगखुल
- तंगासा
- थडो
- तिबेटी
- त्रिपुरी
- वैफीई
- झी
- झू
- वांचो
- यिमचंग्रे
- झीलियांग
- जोऊ
सेमट्रो–हॅमिक
अरबी