जिले के अंदर शिक्षा को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए उसका निरीक्षक होना अतिआवश्यक होगा | इससे शिक्षा में होने वाली लापरवाही को रोका जा सकता है | इसके लिए जिला विद्यालय निरीक्षक का पद निर्धारित किया गया है | इस पद पर रहते हुए व्यक्ति जिले के सभी विद्यालयों का औचक निरीक्षण करते है जिससे समय पर विद्यालय के सभी कार्य पूरे किये जा सके. तो दोस्तों आइये जानते DIOS Ka Full Form in Hindi क्या होता हैं?

इस पेज पर DIOS Ka Full Form in Hindi, जिले में DIOS क्या होता है, के विषय में बताया जा रहा है |
डीआइओएस (DIOS) का फुल फॉर्म (Full Form)
डीआइओएस (DIOS) का फुल फॉर्म “District Inspector of School” होता है, हिंदी में इसे “जिला विद्यालय निरीक्षक” कहा जाता है | डीआइओएस अपने क्षेत्र के सभी विद्यालय की जाँच करते है | जाँच में यदि किसी प्रकार की कमी पायी जाती है, तो वह इसके लिए आवश्यक निर्देश जारी करते है | परीक्षा के समय डीआइओएस परीक्षा को सही ढंग से कराने के लिए विद्यालय की सभी व्यस्थाओं का आंकलन करते है|
जिले में DIOS क्या होता है (What is DIOS)?
प्रत्येक जिले में डीआइओएस का पद निर्धारित किया जाता है | यह शिक्षा विभाग के लिए एक उच्च पद होता है | इस पद पर रहते हुए व्यक्ति को जिले के विद्यालयों का निरीक्षण करना होता है | यह सभी अध्यापकों, प्रधानाध्यापकों, प्राइमरी तथा जूनियर हाईस्कूल की जाँच करता है | यदि जाँच में कुछ भी कमी पायी जाती है, तो वह तुरंत उसे सुधारने का निर्देश प्रदान करता है यदि अधिक लापरवाही पायी जाती है तो सम्बंधित व्यक्ति के विरुद्ध वह कार्यवाही करता है |
डीआइओएस (DIOS) कैसे बने ?
डीआइओएस (DIOS) के लिए राज्य लोक सेवा आयोग के द्वारा परीक्षा का आयोजन किया जाता है | यह पीसीएस लेवल का पद होता है, अतः इस पर भर्ती प्रक्रिया पीसीएस परीक्षा के आधार पर किया जाता है | इसके लिए प्रत्येक वर्ष विज्ञापन जारी किया जाता है, इच्छुक व्यक्ति इसके लिए आवेदन करते है | आवेदन के पश्चात निर्धारित तिथि को परीक्षा का आयोजन किया जाता है | सफल होने वाले व्यक्ति को डीआइओएस (DIOS) के पद पर चयनित किया जाता है |
आयु (Age)
जो अभ्यर्थी डीआइओएस (DIOS) के लिए आवेदन करना चाहते है, उनकी आयु 21 वर्ष से 40 वर्ष के बीच में होनी चाहिए |
शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification)
डीआइओएस (DIOS) का चयन पीसीएस परीक्षा के आधार पर किया जाता है | पीसीएस परीक्षा के लिए अभ्यर्थी को मान्यता प्राप्त संस्थान से स्नातक उत्तीर्ण होना अनिवार्य है |
परीक्षा पैटर्न (Exam PaTtern)
इस परीक्षा को तीन चरणों में संपन्न किया जाता है, यह इस प्रकार है-
- प्री एग्जाम
- मुख्य परीक्षा
- साक्षात्कार
आवदेनकर्ता यदि प्री एग्जाम में उत्तीर्ण हो जाता है तो उसे मुख्य परीक्षा में बैठने का अवसर प्रदान किया जाता है | जो अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा में सफल घोषित किये जाते है | उन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है | साक्षात्कार में यदि अच्छे अंक प्राप्त होते है, तो अभ्यर्थी का चयन कर लिया जाता है |