Mission Indradhanush kiya hai – मिशन इंद्रधनुष किया है

Mission Indradhanush kiya hai – मिशन इंद्रधनुष किया है दोस्तों आज हम बात करने वाले है एक मिशन के बारे में जिसका नाम मिशन इंद्रधनुष अभियान है यह भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शुरू किया है यह एक मिशन है इंद्रधनुष के सात रंगों के समान इस मिशन इंद्रधनुष का मेन मकसद ये है की जजों बच्चे टिका लगने से रहजाते है उन सभी बच्चों का टीकाकरण करना है जिन्हें टीके नहीं लगते हैं या जिन्हें 7 तरह की बीमारियों को रोकने वाले टीके सही तरीके से नहीं लगे हैं| यह मिशन 25 दिसंबर 2014 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा द्वारा सुशासन दिवस (गुड गवर्नेंस डे) के अवसर पर भारत के फ्रीडम फाइटर स्वर्गीय श्री मदन मोहन मालवीय जी की जन्म तिथि और भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई जी के जन्मदिवस है पर इस मिशन को लॉन्च किया गया

इस मिशन के तहत भारत में सामाजिक आर्थिक संस्कृति और भौगोलिक एरिया के बच्चों को टीकाकरण सुनिश्चित किया जा रहा है ताकि देश के गरीब कमजोर और आर्थिक रूप से कमज़ोर वाले क्षेत्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को बहुत तरह की जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सके| अगर आपको मिशन इंद्रधनुष अभियान के वारे में जानकारी नहीं है तो आप इस वारे में हमारे पोस्ट की मदद से सभी ज़रूरी जानकारियां पा सकते है

Mission Indradhanush kiya hai

भारत सरकार का यह मिशन इंद्रधनुष एक स्वास्थ्य मिशन है जिसके तहत गर्भवती महिलाओं और बच्चों को तीव्र गति से पूर्ण टीकाकरण कवरेज दिया जाएगा केंद्र सरकार द्वारा इस टीकाकरण के प्रोसेस को साल 2015 से साल 2020 तक बनाए रखने की कोशिश की जा रहा है| राष्ट्रीय स्तर पर मिशन इंद्रधनुष के तहत आठ टीकाकरण की रोक थाम योग्य बीमारी को शामिल किया गया है| यह 7 बीमारियों के लिए टीकाकरण को उपलब्ध कराने की योजना है जिनको टीकों द्वारा रोका जा सकता है उन सात बीमारियों के नाम हमने आप को निचे बताये है

  • डिप्थीरिया
  • काली खांसी
  • हेपेटाइटिस ‘बी’
  • खसरा
  • यक्ष्मा
  • तपेदिक
  • पोलियो

इन खतरनाक बीमारियों के खतरनाक रूप के खिलाफ टीकाकरण दिया जा रहा है इस प्रोग्राम में पहले नंबर में करीब 201 जिलों को कवर किया गया है| जिनमें से 82 जिले उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्यप्रदेश राज्य में से चुने गए हैं

  • चुने गए जिलों में देश के सभी अशिक्षित बच्चों में से लगभग 50% बच्चे हैं|
  • इस योजना को भारत में एनडीए सरकार की प्रमुख योजनाओं में से एक योजना माना जा रहा है|
  • वर्ष 2017 तक मिशन इंद्रधनुष के चार चरणों का संचालन किया गया है| जिसके तहत लगभग 2.53 करोड़ से अधिक बच्चों और 68 लाख गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण किया गया है

Mission Indradhanush Overview (मुख्य तथ्य)

मिशन का नाममिशन इंद्रधनुष, Mission Indradhanush
शुरू की गयी भारत सरकार केस्वास्थ्य मिशन दुवारा
मंत्रालयस्वास्थ्य और परिवार कल्याण मत्रालय
मिशन तिथि25 दिसंबर 2014
उद्देश्यदेश की गर्भवती महिलाओ और वर्ष 2 के बच्चो को टीकाकरण प्रदान करना
लाभार्थीदेश के मिलियन गर्भवती माहिलाएं और 2 वर्ष तक के बच्चे
कार्यक्रम के चरण4 चरण
कार्यक्रम के तहत शामिल बीमारिया12 बीमारिया
मिशन लांच किया गयाजे. पी. नड्डा दुवारा
आधिकारिक वेबसाइटnhp.gov.in

Mission Indradhanush kiya hai 4.०

कुछ टाइम पहले ही 7 फरवरी 2022 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडावर जी ने मिशन इंद्रधनुष 4.0 की लॉन्चिंग की है जिस से लगभग तीन करोड़ महिलाएं और ढाई करोड़ बच्चों को युद्ध स्तर पर टीकाकरण करके उनके स्वास्थ्य से जुडी सभी परेशानियों को दूर करने का काम किया जा रहा है| इस मिशन इंद्रधनुष 4.0 के अंदर लगभग 33 राज्य और 416 केंद्र शासित प्रदेशों के जिलों का नाम लिस्ट में करके तीन बार में इस योजना को जमीनी स्तर पर लागू किया जाएगा और इसकी के साथ-साथ उन 75 जिलो को भी शामिल किया जाएगा जो आजादी का अमृत महोत्सव के लिए लिस्टिड किए गए थे इसके साथ-साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एक मिशन इंद्रधनुष 4.0 पोर्टल की भी शुरुआत की है जिसमें सभी लाभान्वितो का ब्यौरा दर्ज होगा

मिशन इंद्रधनुष 4.0 का पहला दौर

जैसा हम आपको बता ही चुके है की मिशन इंद्रधनुष 4.0 की शुरुआत हो चुकी है इसका पहला दौर फरवरी 2022 से अप्रैल 2022 तक चलेगा जिसमें 11 प्रदेशों के द्वारा इसका संचालन किया जाएगा| जिसमें नागालैंड, जम्मू और कश्मीर, सिक्किम, राजस्थान, मिजोरम
असम, गुजरात, उत्तराखंड, मेघालय, त्रिपुरा, और छत्तीसगढ़ को सम्मिलित किया गया है

मिशन इंद्रधनुष 2.0 का दूसरा दौर

मिशन इंद्रधनुष 4.0 के दूसरे दौर की बात करे तो यह अप्रैल 2022 से मई 2022 तक संचालित किया जाएगा जिसमें 22 प्रदेशों को सम्मिलित किया गया है जो इसका संचालन करेंगे जिसमें केंद्र शासित प्रदेशों को भी शामिल किया गया है| जैसे की हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, अरुणाचल प्रदेश, उड़ीसा, मणिपुर, पांडुचेरी, गोवा, तेलंगाना, तमिलनाडु, झारखंड, केरल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश दिल्ली, हरियाणा, बिहार, पंजाब, और पश्चिम बंगाल है

इंद्रधनुष कार्यक्रम का उद्देश्य

हमारे देश में बहुत से ऐसे गरीब लोग है जो की अपने बच्चो का टीकाकरण कराने में सक्षम रहते हैं और फिर उन बच्चो को काफी बीमारिया घेर लेती है इसी बात को ध्यान में रखते हुए भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय हेतु Mission Indradhanush को शुरू किया गया|

इस मिशन की मदद उन सभी बच्चों को शामिल किया जाएगा जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है या टीकाकरण से बचाव योग्य बीमारी के खिलाफ आंशिक रूप से टिका लगवाया गया है| इस योजना को चलाने का खास मकसद यह कि वार्षिक 26 मिलियन बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों के खिलाफ मुक्त टीकाकरण दिया जाये इस योजना की मदद देश भर के सभी बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए फ्री में जीवन रक्षक टीका लगाया जाएगा

मिशन इंद्रधनुष के चरण

इस मिशन को भारत सरकार द्वारा ध्यान केंद्रित और व्यवस्थित टीकाकरण अभियान के चिप अभियान के मोड से आरंभ किया गया है जिसका खास मकसद है उन सभी बच्चों को मिशन इंद्रधनुष (Mission Indradhanush) के तहत कवर करना है| जो टीकाकरण से रह गए हैं साथ ही इस कार्यक्रम के दौरान गर्भवती महिलाओं को टेटनेस का टीका लगाया जाएगा और गंभीर हालत में ओआरएस के पैकेट और जिंक की गोलियां दी जाएगी इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए सरकार द्वारा चार चरणों को आरंभ किया गया है| मिशन इंद्रधनुष के तहत 4 चरणों के बारे में हम आपको नीचे बताने वाले हैं

Mission Indradhanush kiya hai पहला चरण

मिशन इंद्रधनुष के इस पहले चरण के लिए भारत सरकार ने पूरे भारत के 28 राज्यों के 201 जिलों में ऐसे बच्चों की पहचान की है जो कि आंशिक रूप से इम्मुनाइज़ड और अनइम्मुनाइज़ड है| मिशन इंद्रधनुष से पहले चरण की शुरुआत 7 अप्रैल सन 2015 को हुई जो कि 1 हफ्ते से ज्यादा चली इस चरण को चार भागों के महीने की 7 तारीख से शुरू किया गया जो कि एक 1 हफ्ते से ज़्यादा टाइम के लिए आयोजित किया गया था|

Mission Indradhanush kiya hai दूसरा चरण

मिशन इंद्रधनुष के दूसरे चरण के लिए भारत सरकार ने देश भर के 352 जिलों को चुना जिनमें से 279 मध्यम फोकस जिले हैं और बचे हुए 73 पहले चरण के हाई फोकस जिले हैं| मिशन इंद्रधनुष के दूसरे चरण की शुरुआत 7 अक्टूबर सन 2015 को हुई इस चरण को भी चार भागों में बांटा गया जिनमें दूसरे भाग की शुरुआत 7 नवंबर 2015 तीसरे भाग की शुरुआत 7 दिसंबर 2015 और चौथे भाग की शुरुआत 7 जनवरी सन 2016 को की गई

Mission Indradhanush kiya hai तीसरा चरण

स्वास्थ्य मंत्रालय ने मिशन इंद्रधनुष के तीसरे चरण की घोषणा की पहले और दूसरे चरण की सफलता के बाद तीसरे चरण की शुरुआत 7 अप्रैल सन 2016 को हुई इस चरण के दौरान बिहार, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और असम सहित और भी कई राज्यों के 216 जिलों को कवर किया गया| पहले और दूसरे चरण में 39 लाख ऐसे बच्चे जिन्हें आंशिक रूप से टीके लगे हैं या जो टीकाकरण के लिए छोटे गए हैं उनका पूर्ण रूप से टीकाकरण किया गया

Mission Indradhanush kiya hai चौथा चरण

चौथे चरण को 7 फरवरी 2017 में शुरू किया गया जिसके तहत अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा और मिजोरम के राज्यों को कवर करते हुए शुरू किया गया| इसी के साथ मिशन इंद्रधनुष अप्रैल 2017 के दौरान पूरे देश के बाकी हिस्सों में रोल आउट किया गया इस मिशन के 4 चरणों में 253 करोड़ से ज़्यादा बच्चों और 68 लाख गर्भवती महिलाओं को जीवन रक्षक टीके लगाए गए

Mission Indradhanush का कार्यान्वयन

इस कार्यक्रम के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए सरकार ने एक रणनीति तैयार की है जिसके बारे में हम आप सभी जानकारिया नीचे देंगे

सभी स्तरों पर अभियान

देश के सभी क्षेत्रों में टीको की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक जिले के सभी ब्लॉक को और शहरी क्षेत्रों में माइक्रो प्लान सुनिश्चित किया जाएगा| इस प्लान के तहत 400000 से भी ज़्यादा जोखिम वाली बस्तियों में पहुंच से बाहर बच्चों तक टीकाकरण दिया जाएगा

प्रभावी संचार और सामाजिक लामबंदी के प्रयास

बहुत से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद से नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में समुदाय की भागीदारी बढ़ाई जाएगी ताकि टीकाकरण की सेवाओं के बारे में जागरूकता और मांग पैदा हो

अधिकारियों और कार्यकर्ताओं का गहन प्रशिक्षण

क्वालिटी टीकाकरण सेवाओं के लिए नियमित टीकाकरण एक्टिविटीज में स्वास्थ्य ऑफिशल्स और कर्मचारियों की क्षमता का निर्माण किया जाएगा

Mission Indradhanush kiya hai कार्य बलों के माध्यम से ढांचा स्थापित करना

भारत के सभी जिलों में टीकाकरण के लिए जिला टास्क फोर्स तैयार की जाएगी जिसकी मदद से टाइम के हिसाब पर कार्यान्वयन में डेटा का इस्तेमाल कर सुनिश्चित किया जाएगा| कि प्रत्येक व्यक्ति को टीकाकरण सुविधा मिल सके

PHC FULL FORM IN HINDI

मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत चयनित क्षेत्र

इंद्रधनुष कार्यक्रम के दौरान निम्नलिखित क्षेत्रों को टीकाकरण अभियान के लिए चयनित किया गया|

  • पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम के द्वारा पहचाने गए जोखिम क्षेत्र|
  • वह क्षेत्र जिसमें निम्नलिखित अब आदि शामिल है|
  • प्रवास के साथ शहरी मलिन बस्तियां|
  • ईट भट्टा|
  • खानाबदोश|
  • निर्माण स्थल|
  • जंगल और आदिवासी आबादी के लोग|
  • प्रवासी जैसे मछुआरे नदी के किनारे रहने वाले आबादी वाले क्षेत्र|
  • खाली उप केंद्र वाले क्षेत्र|
  • कम नियमित टीकाकरण कवरेज वाले क्षेत्र|
  • छोटे हुए नियमित टीकाकरण वाले क्षेत्र|
  • छोटे गांव बस्तियों और आर आई सत्रों के क्षेत्र

मिशन इंद्र धनुष के लाभ एवं विशेषताएं

  • Mission Indradhanush की शुरुआत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 25 दिसंबर 2014 को की गई|
  • मिशन इंद्रधनुष अभियान को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य देश के 2 साल तक के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को 90% पूर्ण टीकाकरण कवरेज प्रदान करना है|
  • इस कार्यक्रम के माध्यम से भारत में सामाजिक आर्थिक सांस्कृतिक और भौगोलिक क्षेत्र के बच्चों को टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा|
  • किसी टीकाकरण की प्रक्रिया को भारत सरकार द्वारा 2020 तक बनाए रखने के विभिन्न प्रयास किए गए हैं|
  • इस कार्यक्रम को आरंभ करने का उद्देश्य है कि देश के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को 12 जानलेवा बीमारियों के खिलाफ मुक्त टीकाकरण प्रदान किया जाए|
  • मिशन इंद्रधनुष के तहत टीकाकरण बच्चों और महिलाओं को मुफ्त में प्रदान किया जाएगा|
  • इस कार्यक्रम को सरकार द्वारा चरणों में आरंभ किया गया हैं|
  • इस मिशन के पहले चरण में देश के करीब 201 जिलों को कवर किया गया है|
  • इस योजना के दूसरे चरण में देश के 352 जिलों को शामिल किया गया|
  • मिशन इंद्रधनुष के तीसरे चरण में लगभग 216 जिलों को टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई|
  • और अंतिम वे चौथे चरण में देश के कुछ जिलों को शामिल किया गया जैसे अरुणाचल प्रदेश असम मेघालय नागालैंड सिक्किम त्रिपुरा और मिजोरम|
  • इस कार्यक्रम के माध्यम से देश के बच्चों और महिलाओं पर ध्यान दिया जाएगा जो आर्थिक स्थिति के कारण टीकाकरण नहीं करा पाते हैं|
  • भारत सरकार द्वारा इस कार्यक्रम के तहत 12 जानलेवा बीमारियों को शामिल किया गया है|
  • मिशन इंद्रधनुष के पहले और तीसरे चरण की रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए सरकार द्वारा ऑनलाइन पोर्टल आरंभ किए गए हैं|
  • इस योजना के तहत लाभान्वित महिलाओं और बच्चों के बारे में जानकारी प्राप्त करने हेतु आप आसानी से इस पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं|

मिशन इंद्र धनुष पोर्टल लोगिन करने की प्रक्रिया

  • मिशन इंद्रधनुष पोर्टल पर लॉगइन करने के लिए सबसे पहले आपको इंसेंटिसाइड मिशन पोर्टल की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|
  • वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होमपेज खुलकर आएगा|
Mission Indradhanush kiya hai
  • इस पेज पर आपको Login का ऑप्शन दिखाई देगा उस पर क्लिक करें|
  • क्लिक करते ही आपके सामने लॉगइन पेज खुल कर आ जाएगा|
  • इस पेज पर पूछी गई सभी जानकारी आपको ध्यान पूर्वक दर्ज करनी होगी जैसे अपना यूजरनेम, पासवर्ड और कैप्चा कोड आदि|
  • सभी जानकारियों को ध्यान पूर्वक दर्ज करने के बाद आपको लॉगिन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा
  • इस प्रकार आप आसानी से लॉगिन कर सकते हैं|

Mission Indradhanush kiya hai कवरेज रिपोर्ट देखने की प्रक्रिया

  • कवरेज रिपोर्ट देखने के लिए सबसे पहले आपको इंसेंटिसाइड मिशन इंद्रधनुष पोर्टल की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|
  • वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने फोन पर खुलकर आएगा|
  • इस होम पेज पर आपको रिपोर्ट के सेक्शन में देखना होगा|
  • यहां पर आपको कवरेज का ऑप्शन दिखाई देगा उस पर क्लिक करें|
  • क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा|
  • इस पेज पर आपको कवरेज रिपोर्ट प्राप्त हो जाएगी|
  • आप इस रिपोर्ट को Export to Excel विकल्प पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं|

Saturation रिपोर्ट डाउनलोड करने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले आपको इंसेंटिसाइड मिशन इंद्रधनुष पोर्टल की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा
  • वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होमपेज फुल कर आएगा
  • इस पेज पर आपको Report के सेक्शन में जाना होगा
  • यहां पर आपको Saturation के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा
  • क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा
  • इस पेज पर आपको Saturation रिपोर्ट प्राप्त हो जाएगी
  • इसे आप Export to Excel के विकल्प पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं|

IEC मटेरियल डाउनलोड करने की प्रक्रिया

  • सर्वप्रथम आपको इंसेंटिसाइड Mission Indradhanush पोर्टल की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा|
  • वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होमपेज खुलकर आएगा|
  • इस पेज पर आपको Document के सेक्शन में जाना होगा|
  • यहां पर आपको IEC के विकल्प पर क्लिक करना होगा|
  • क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा|
  • इस पेज पर आपको IEC मैटेरियल प्राप्त हो जाएंगे|
  • आप अपनी आवश्यकतानुसार इच्छुक विकल्प का चयन करके डाउनलोड कर सकते हैं|

सर्कुलर लेटर डाउनलोड करने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले आपको इंसेंटिसाइड मिशन इंद्रधनुष पोर्टल की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा|
  • वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने एक होम पेज खुलकर आएगा|
  • इस पेज पर आपको Document के सेक्शन में जाना होगा|
  • यहां पर आपको Circular/ Letter के विकल्प पर क्लिक करना होगा|
  • क्लिक करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा|
  • इस पेज पर आपको Circular प्राप्त हो जाएंगे|
  • आप अपनी आवश्यकता के अनुसार इच्छुक सर्कुलर पर क्लिक करके उसको डाउनलोड कर सकते हैं