हैलो दोस्तों आज हम आपको LED KA FULL FORM KYA HOTA HAI? और LED क्या है,और LED कैसे काम करती है, इससे रिलेटेड सभी तरह की मालूमात (इंफॉर्मेशन) देने जा रहें हैं| तो दोस्तों आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़े, औ Led Full Form In Hindi के बारे में सब कुछ अच्छे से जान सकें|

LED Ka Full Form
“Light Emitting Diode” LED का फुल फॉर्म होती हैं|
- L – Light
- E – Emitting
- D – Diode
LED Full Form In Hindi
LED का पूरा नाम हिन्दी भाषा में “प्रकाश उत्सर्जक डायोड” कहते हैं|
- L – Light (प्रकाश)
- E – Emitting (उत्सर्जक)
- D – Diode (डायोड)
LED क्या है?
LED एक ऐसी रोशनी हैं| जो बहुत कम मिक़दार में बिजली इस्तेमाल करती हैं, और इसकी वजह से हमारे समाज के अन्दर बन ने वाली बिजली कम मात्रा में बनती है और इससे पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं होता है क्योकि इसके अन्दर से कोई ज़हरीली गैस बाहर नहीं आती है| और इसका निर्माण सबसे पहले 1962 में किया गया था| LED का उपयोग करते समय, उत्पादित प्रकाश Monochromatic रोशनी होती है और एक तरंग दैर्ध्य का होता है| LED लाइट्स कई अलग-अलग रंगों में आती हैं और सभी में एक आउटपुट रेंज होती है| कुछ LED भी हैं, जो इन्फ्रारेड एनर्जी (आईआर) का उत्सर्जन करते हैं| तो दोस्तों आज-कल आप देखेंगे कि आपके घर में LED Bulb, LED Conceald आदि चीजें लगी होती हैं तो उसके अन्दर ये सारी चीजें आ जाती हैं|
LED का इतिहास क्या है?
LED की खोज सबसे पहले 1907 में H. J. Round ने अपनी Marconi Labs में की थी और उन्होंने Incidentally Electroluminesis की खोज की थी। 9 अक्टूबर, 1962 को Nick Holonic और Junior द्वारा पहली Visible Spectrum (Red) LED का आविष्कार किया था| पहले Yellow Red का आविष्कार 1972 में Holonic और टी के पूर्व स्नातक छात्र द्वारा किया गया था. पी. पियर्सल ने 1976 में Optical Fiber Telecommunication के लिए एक बहुत उज्ज्वल LED विकसित की.
LED कैसे काम करती है?
इनकी रोशनी सफेद रंग की होती है और यह आपकी आंखों को बिल्कुल भी नुकसान नहीं पहुंचाती और यही वजह है कि आज दुनिया इन्हें अपने घरों, दुकानों आदि पर लगा रही है| दोस्तों LED एक फॉरवर्ड बायस सेमीकंडक्टर डिवाइस है, यानी यह तभी काम करना शुरू करेगा जब डायोड का पी टर्मिनल बैटरी की सकारात्मक क्षमता से जुड़ा हो, और डिवाइस का एन टर्मिनल बैटरी के नकारात्मक टर्मिनल से जुड़ा हो.
इसलिए बैटरी द्वारा लगाए गए सकारात्मक वोल्टेज के कारण पी साइड में छेद प्रतिकर्षण का अनुभव करते हैं, और एन साइड में इलेक्ट्रॉन बैटरी द्वारा नकारात्मक आपूर्ति के कारण प्रतिकर्षण का अनुभव करते हैं| जब बिजली का एक उपयुक्त वोल्टेज सीसे पर लगाया जाता है, तो इलेक्ट्रॉन इलेक्ट्रॉन छिद्रों के साथ पुन: जुड़ जाते हैं और प्रकाश ऊर्जा को फोटॉन के रूप में उत्सर्जित करते हैं|
LED का उपयोग क्या है?
LED का प्रयोग कई जगहों पर किया जाता है जिनमें से कुछ का उपयोग इस प्रकार किया जा रहा है:-
- Smartphone backlighting (स्मार्टफोन बैकलाइटिंग)
- TV Backlighting (टीवी बैकलाइटिंग)
- Home Lightning (होम लाइटनिंग)
- LED display (एलईडी डिस्प्ले)
- Automotive lighting (ऑटोमोटिव लाइटिंग)
- Deeming Light (डीमिंग लाइट)
- LED wallpaper (एलइडी वॉलपेपर)
LED के फायदे क्या है?
LED के फायदे इस प्रकार हैं:-
- LED कॉम्पैक्ट आकार और हल्के वजन की होती है|
- LED पर्यावरण के अनुकूल है|
- LED कम ऊर्जा की खपत करती है|
- LED अधिक समय तक चलती है|
- LED विभिन्न रंगों में उपलब्ध है|
- LED ठंडे तापमान में इनडोर उपयोग के लिए LED अधिक कुशल है|
- LED को रिसाइकिल किया जा सकता है, जिसका मतलब है कि क्षतिग्रस्त होने पर इसे फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है|
LED के नुकसान क्या है?
LED के नुकसान इस प्रकार हैं:-
- अन्य लाइटों की तुलना में एलईडी महंगी होती हैं|
- हाई वोल्टेज एलईडी को नुकसान पहुंचा सकता है|
- बड़े क्षेत्र के लिए एलईडी इतनी अच्छी नहीं है|
LED के अन्य फुल फॉर्म
Full Form | Short Form |
Low Energy Demand | LED |
Lazer Enhanced Destruction | LED |
Lighted Electronic Display | LED |
Live Electronic Dance | LED |
Look Examine and Do | LED |
Laser Erasing Disc | LED |
Laptop Entry Disc | LED |
Light Evacuated Device | LED |
Local Economic Development | LED |
Lamp Enhanced Display | LED |
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