ब्रिक्स पांच देशों का एक संगठन है, यह देश विश्व की 43 प्रतिशत जनसँख्या का प्रतिनिधित्व करते है | इनके द्वारा विश्व का सकल घरेलू उत्पाद में 30 प्रतिशत की भागीदारी है तथा विश्व व्यापार में यह 17 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखता है | ब्रिक शब्द का पहली बार प्रयोग वर्ष 2001 में गोल्डमैन साक्स के द्वारा अपने वैश्विक आर्थिक पत्र “द वर्ल्ड नीड्स बेटर इकोनोमिक ब्रिक्स्” में किया गया था |

इस पेज पर BRICS Full Form in Hindi , ब्रिक्स (BRICS) देश का क्या मतलब होता है, के विषय में बताया जा रहा है |
ब्रिक्स क्या है (What is BRICS)?
ब्रिक्स पांच देशों का एक समूह है, इस समूह का गठन वर्ष 2009 में किया गया था | इसका निर्माण भारत, रूस, चीन, ब्राजील के द्वारा किया गया था | अभी तक इस संगठन के 10 शिखर सम्मलेन का आयोजन किया जा चुका है | ब्रिक्स देशों के द्वारा प्रतिवर्ष एक औपचारिक शिखर सम्मलेन का आयोजन किया जाता है | इस सम्मलेन में ब्रिक्स देशों के प्रतिनिधियों के द्वारा भाग लिया जाता है |
ब्रिक्स (BRICS) का फुल फॉर्म (Full Form)
ब्रिक्स का फुल फॉर्म “Brazil, Russia, India, China” और South Africa है | इसका पहला शिखर सम्मलेन वर्ष 2009 में आयोजित किया गया था | वर्ष 2011 में साऊथ अफ्रीका को इस संगठन का सदस्य बनाया गया था | इकॉनोमीट्रिक विश्लेषण के आधार पर यह अनुमान लगाया जा रहा है, कि भविष्य में इन देशों की अर्थव्यवस्थाओं का व्याक्तिगत और सामूहिक रूप से विश्व के आर्थिक क्षेत्रों पर नियंत्रण स्थापित हो जायेगा | यह अगले 50 वर्ष में विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक होंगी |
ब्रिक्स का इतिहास (History)
BRICS संगठन में बहुत ही मजबूत अर्थव्यवस्थाओं के द्वारा भाग लिया जा रहा है | इस संगठन के लिए Jim O’Neill ने अपने ‘द वर्ल्ड नीड्स बेटर इकोनॉमिक ब्रिक’ नामक एक प्रकाशन जारी किया था | इस प्रकाशन में इन देशों की अर्थव्यवस्था को बहुत मजबूत अर्थव्यवस्था के नाम से सम्बोधित किया गया था | अमेरिका में एक गोल्डमैन सैच्य समूह है | यह मल्टीनेशनल निवेश बैंक और वित्तीय सेवा कंपनी है | जिम ओनील गोल्डमैन सैच्य समूह के एक डायरेक्टर के रूप में कार्य करते थे | उनके द्वारा Brazil, Russia, India, China की अर्थव्यवस्था पर एक अनुसंधान किया गया | अपना अनुसन्धान पूरा करने के बाद इन्होंने अपने अपने रिसर्च को प्रकाशित कराया |
इनके द्वारा प्रकाशित पुस्तक में Brazil, Russia, India, China के पहले अक्षर को लिया गया था | इन्होंने इसे संक्षिप्त में BRIC के नाम से सम्बोधित किया | उनके अनुसार अगले 50 वर्षों में इन देशों की अर्थव्यवस्था विश्व की सबसे अधिक अमीर अर्थव्यवस्थाओं में से एक होंगी | इसका प्रमुख कारण इन देशों में बाजार बहुत ही अधिक बड़ा है तथा इसका विस्तार होता जा रहा है |
BRICS देशों में मतभेद (Differences among BRICS countries)
यह मतभेद इस प्रकार है-
- भारत और चीन के बीच सीमा विवाद है |
- इस संगठन में नए सदस्यों के प्रवेश को लेकर स्पष्ट दिशा निर्देश प्रदान नहीं किया गया है |
- भारत और पाकिस्तान के विवाद में चीन के द्वारा मुद्दों को और अधिक उलझाया जाता है |
- इस संगठन के प्रथम दो सम्मेलनों पर कोई भी निर्णय नहीं निकल पाया था |
- चीन में गैर-कम्यूनिस्ट राजनीतिक गतिविधियों को भाग लेने नहीं दिया जाता है |
- ब्राजील चीन की मुद्रा युआन को सस्ता करने का प्रयास करता रहता है |
ब्रिक्स के गठन के कारण (Due to formation of BRICS)
ब्रिक्स के गठन के कारण इस प्रकार है-
- इस गठन के द्वारा अमेरिकी वर्चस्व को चुनौती देने का प्रयास किया गया है | यह विश्व बैंक और IMF का विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया गया है |
- इसका प्रमुख कारण किसी विदेशी संगठन पर निर्भर हुए बिना सदस्य देशों में विकास की रुपरेखा को तैयार करना है | इसमें स्व-प्रबंधित संगठन के द्वारा सदस्य देशों के हित के लिए निर्णय लेना है |
- इसका पहला शिखर सम्मलेन 16 जून, 2009 को रूस के एक बहुत ही खूबसूरत शहर येकातेरिनबर्ग में आयोजित किया गया था | शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए सदस्य देशों के बीच बैठकों का आयोजन किया जाता है | इन सभी बैठकों में अगले शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिये योजना बनायीं जाती है |
उद्देश्य
इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य सदस्य देशों के बीच राजनीतिक, वाणिज्यिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देना है और सभी सदस्यों के बीच वैश्विक आर्थिक संबंधों को मजबूत करना है | इस संगठन की संयुक्त जीडीपी वर्ष 2020 तक 50 ट्रिलियन अमेरिकी डालर होने का अनुमान लगाया गया है |