देश में सभी अभ्यर्थी अपने जीवन में एक अच्छी नौकरी प्राप्त करने की इच्छा रखते है, जिसके लिए वो बहुत अधिक पढ़ाई भी करते है और साथ ही आयोजित की जाने वाली सभी परीक्षाओं में शामिल भी होते है, क्योंकि पढ़ाई के दौरान के अभ्यर्थियों को विभिन्न परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करनी होती है | इसी तरह एक जीआरएफ की भी परीक्षा होती है, जो नेट से सम्बंधित परीक्षा कराई जाती है | इसलिए इसे नेट जीआरएफ परीक्षा कही जाती है | इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए अभ्यर्थियों को बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है , जिसके बाद ही अभ्यर्थी इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने में सफल हो पाते है |

इसके बाद जो अभ्यर्थी इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर लेते हैं, उन्हें आगे की पढ़ाई करने में बेहद आसानी हो जाती है | इसलिए यदि आपको जेआरएफ की परीक्षा के विषय में अधिक जानकारी नहीं प्राप्त है और आप इसके विषय में जानना चाहते है, तो यहाँ पर आपको जेआरएफ की फुल फॉर्म क्या है | What is JRF Explained in Hindi (Full Form) | इसकी पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है |
जेआरएफ (JRF) का फुल फॉर्म
जेआरएफ की फुल फॉर्म “Junior Research Fellowship (जूनियर रिसर्च फैलोशिप)” होती है | वहीं इसे हिंदी भाषा में “राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा” या यूजीसी नेट के नाम से जाना जाता है |
जेआरएफ (JRF) क्या है ?
राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा या ‘यूजीसी नेट’ यह भारत में एक राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा है, जो स्नातकोत्तर प्रतियोगियों के लिये विश्वविद्यालयों में शिक्षण प्रवेश करने के लिए आयोजित की जाती हैं। वहीं, इस परीक्षा को अर्ध-वार्षिक रूप से विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित किया जाता है। इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाला अभ्यर्थी एक कॉलेज प्रोफेसर का पद प्राप्त कर सकता है |
JRF के लिए योग्यता
जेआरएफ की परीक्षा के लिए किसी भी प्रकार की आयु सीमा नहीं तय की गई है, जेआरएफ के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए अभी तक अधिकतम आयु 28 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए थी, लेकिन अब इसमें बदलाव करके अधिकतम आयु 30 वर्ष निर्धारित कर दी गयी है। अन्य वर्ग के अभ्यर्थियों को आरक्षण नीति के तहत आयुसीमा में छूट प्रदान की जाती है। सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 55 प्रतिशत अंकों के साथ मास्टर डिग्री प्राप्त करना आवश्यक है | जबकि अन्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करने जरूरी है |
JRF का परीक्षा पैटर्न
जेआरएफ में दो पाली में कुल दो पेपरों के परीक्षा का आयोजन किया जाता है। प्रथम पेपर सामान्य समझ बोध पर आधारित क्वालिफाइंग नेचर का कराया जाता है। प्रथम पेपर में कुल 100 अंकों के 50 वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाते हैं। इन प्रश्नो को हल करने के लिए अभ्यर्थियों को 1 घंटे का समय प्रदान किया जाता है। इसमें टीचिंग एप्टीट्यूड तथा जनरल अवेयरनेस से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके बाद जो अभ्यर्थी इस पेपर में पास हो जाते है, तो उन अभ्यर्थियों के ही मेरिट लिस्ट निर्धारित करने वाले अन्य एक पेपर जांचा जाता हैं, जिसके लिए अभ्यर्थियों को 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करने अनिवार्य है। वहीं, दूसरे पेपर में विषय से संबंधित कुल 200 अंकों के 100 प्रश्न पूछे जाते हैं। इन प्रश्नो को हल करने के लिए अभ्यर्थियों को कुल 2 घंटे का समय प्रदान किया जाता है।
जेआरएफ (JRF) से लाभ
नेट जेआरएफ की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद अभ्यर्थी बहुत ही आसानी के साथ पीएचडी में प्रवेश ले सकते है, क्योंकि इसके लिए अभ्यर्थी को अलग से एमफिल करने या पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा को पास करना आवश्यक नहीं होता है। इसके अलावा इससे महाविद्यालयों में संबंधित विषय के प्रवक्ता पद के लिए भी योग्य होते हैं और अगर जेआरएफ में अभ्यर्थी को चयनित कर लिया जाता है, तो शोध के लिए अभ्यर्थी को यूजीसी द्वारा ही स्कालरशिप भी प्रदान की जाती है।
यहाँ पर हमने आपको जेआरएफ की फुल फॉर्म के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई है | यदि इस जानकारी से रिलेटेड आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न या विचार आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है, हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |