वर्तमान समय में अधिकतर सभी लोग एक अच्छी नौकरी प्राप्त करने के लिए कड़ी से कड़ी मेहनत करते है | सभी पदों के लिए अलग – अलग कोर्स करने होते है, जिसके लिए अभ्यर्थियों को आवेदन करना होता है और फिर उस पद के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा में शामिल होना होता है | वहीं कुछ लोग वकील, डॉक्टर या फिर एक सरकारी अध्यापक बनने की इच्छा रखते है, जिसके लिए वो आयोजित की जाने वाली सभी परीक्षाओं में शामिल होकर सफलता प्राप्त करने की कोशिश करते है |

इसी तरह एलएलएम भी एक कोर्स होता है, जिसे करने के बाद लोग एक सरकारी वकील का पद आसानी के साथ प्राप्त कर सकते है | इसलिए यदि आपको एलएलएम से सम्बंधित अधिक जानकारी नहीं प्राप्त है और आप इसके विषय में जानना चाहते है, तो यहाँ पर आपको LLM Full Form in Hindi | एलएलएम का फुल फ़ॉर्म और मतलब क्या है ? इसकी विस्तृत जानकारी प्रदान की जा रही है |
एलएलएम (LLM) का फुल फॉर्म
LLM का फुलफॉर्म “Master of Laws” होता है | वहीं इसका हिंदी में अर्थ “मास्टर ऑफ लॉज़” होता है। एक एलएलएम, या मास्टर ऑफ लॉज़, एक डिग्री होती है | यह एक ऐसी डिग्री होती है, जो पहले से ही पेशेवर कानून की डिग्री प्राप्त करने वालों को प्रदान की जाती है, जिन्होंने कानून के एक विशेष क्षेत्र में उन्नत शिक्षा और अनुसंधान पूरा कर लिया है |
एलएलएम का क्या मतलब होता है ?
LLM एक Postgraduate Law कोर्स होता है | इस कोर्स को करने के लिए अभ्यर्थियों को दो साल का समय देना होता है, क्योंकि इस कोर्स को करने की अवधि दो साल की है | इस कोर्स को Law Degree के मास्टर संस्थान के आधार पर ज्यादातर चार या अधिक Semester में विभाजित किया गया है | इसके अलावा इस कोर्स को पूरा करने की अधिकतम अवधि अलग-अलग हो सकती है, क्योंकि Banaras Hindu University (BHU) के मुताबिक, LLM कोर्स को अधिकतम चार साल की अवधि में पूरा किया जाता है |
भारत में Law की Degree Advocate Act 1961 के संदर्भ में Provide की जाती है, जो Legal Education के संचालन के Legal Education और अधिनियम के पहलू पर संसद द्वारा पारित एक कानून माना जाता है | इस Act के अधीन Bar Council of India भारत में कानूनी पेशे को विनियमित करने के साथ – साथ देश में कानूनी पेशे द्वारा व्यावसायिक मानकों के कानूनों और रखरखाव के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए सर्वोच्च नियामक संस्था कहा जाता है |
LLM कोर्स के लिए शैक्षिक योग्यता
LLM मे प्रवेश में लेने के लिए उम्मीदवार को सफलतापूर्वक किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 10 + 2 + 5 के तहत एलएलबी / बीएल डिग्री / 5 वर्षीय एलएलबी डिग्री कोर्स के तहत लॉ में सफलतापूर्वक स्नातक की उपाधि प्राप्त करनी आवश्यक होती है | इसके अलावा LLM मे वो अभ्यर्थी प्रवेश ले सकते है, जिन्होंने पहले एलएलबी की डिग्री प्राप्त कर ली है | एलएलएम का कोर्स करने के दौरान अभ्यर्थियों को कानून से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी प्रदान की जाती है |
LLM Syllabus
एलएलएम की डिग्री प्राप्त करने के लिए अभ्यर्थियों को 1 सेमेस्टर में कुछ सामान्य पेपरों का अध्ययन करना होता है और वहीं दूसरे सेमेस्टर के दौरान अभ्यर्थियों को स्वयं से कच्छ विषयों का चुनाव करना होता है | इसके अलावा इसमें आंतरिक और बाहरी अंकों का भार, क्रमश 60% और 40% होता है |शिक्षण विधियों में व्याख्यान, सेमिनार, ट्यूटोरियल और प्रस्तुतियाँ शामिल होते हैं. आंतरिक मूल्यांकन प्रस्तुतिकरण, ट्यूटोरियल, सेमिनार, विवा, प्रोजेक्ट, असाइनमेंट आदि में छात्रों के प्रदर्शन पर निर्भर करता है. यह परीक्षा 100 अंकों की आयोजित की जाती है | वहीं, एलएलएम छात्रों के लिए कई उप क्षेत्र उपलब्ध हैं , जो इस प्रकार से है –
- Family Law
- Taxation Law
- Criminal Law
- Human rights
- Insurance Laws
- Jurisprudence
- Environmental Law
- Constitutional Law
- Intellectual property Law
- Corporate law and Governance
- International Trade and Business Law
एलएलएम के लिए सामान्य कोर्स के अवलोकन
Semster I
Sr. No. |
Subjects of Study |
1 |
Comparative Jurisprudence |
2 |
Comparative Constitutional Law |
3 |
Teaching Methods & Research Methodology |
4 |
Public International Law |
Semster II
1 |
Specialization Area – Paper I |
2 |
Specialization Area – Paper II |
3 |
Specialization Area – Paper III (optional) |
Semster III
1 |
Specialization Area – Paper IV |
2 |
Specialization Area – Paper V |
3 |
Specialization Area – Paper VI (optional) |
Semster IV
1 |
Specialization Area – Paper VII |
LLM करने के क्या फायदे है ?
LLM Course करने से अभ्यर्थियों को विभिन्न फायदे प्राप्त होते है, एलएलएम का कोर्स करने वाले अभ्यर्थी Law Firms, Consultancy, Finance, Corporate, Media and Publishing Houses, Courthouses, Real Estate, Private Attorneys and Loire, Patent Attorney आदि क्षेत्रों में आसानी से जॉब प्राप्त कर सकते है, जिनमे से कुछ क्षेत्रों के नाम इस प्रकार से है-
- Fields of Specialization
- Insurance
- Bankruptcy
- Human Rights
- Financial Services
- Environmental Issues
- Information Technology
- Commercial and Corporate
- Property Law and Many more
एलएलएम की डिग्री प्राप्त करने वाले लोगों को कौन से नामों से जाना जाता है ?
- Lawyers
- Law Professors
- Doctoral Students
- Law Professionals
- Human Right Activists
- Business Men and Women etc
LLM के बाद जॉब प्रोफाइल
- Advocate
- Attorney General
- Magistrate
- Notary
- Solicitor
- Trustee
- Law Reporter
- Legal Expert
- Legal Advisor
- Public Prosecutor
- Teachers & Lecturer
- District and Sessions Judge
LLM के बाद रोजगार के क्षेत्र
- Law Firms
- Courtrooms
- Research Dept
- Litigation Firms
- Arbitration Consultancies
- Colleges & Universities
- Corporate Houses (legal departments)
भारत में एलएलएम के 10 बेहतरीन संस्थान
- Osmania University
- National law University
- Nulsar University of Law
- Jindal Global University
- Maharishi Dayanand University
- Hidayatullah National Law University
- Rajiv Gandhi National University of Law
- Ram Manohar Lohia National Law University
- Faculty of Law, Banaras Hindu University, Varanasi
- The West Bengal National University of Zuridical Sciences
डीएसपी, एसएसपी का फुल फॉर्म क्या होता है
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