VAT Full Form in Hindi

VAT एक तरह का कर होता है, जिसे indirect tax के रूप में जाना जाता है | यह एक ऐसा कर होता है, जिसे केवल मूर्त सामान और products पर इस्तेमाल किया जा सकता  है | VAT को raw materials और ready stock में  लगाया जाता है | इसके साथ ही इस कर को सेल के पॉइंट पर बदलने में जो products शामिल होते है उनके प्रत्येक अवस्था में भी लगाया जाता है, लेकिन वहीं इस कर को किसी भी services पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है | इसका एक  कारण है कि, इसे service tax को अलग-अलग services पर लागू किया जाता है |

इसके अलावा इसे central government और state governments द्वारा एकत्रित किया जाता है | VAT की चार्जबिलिटी अलग-अलग राज्यों  में अलग-अलग होती है | इसलिए अभी VAT को दुनिया के लगभग सभी देशों में लागू किया जा चुका  है | इसलिए यदि आपको वैट के विषय में अधिक जानकारी नहीं प्राप्त है और आप वैट के विषय में जानना चाहते है, तो यहाँ पर आपको VAT Full Form in Hindi, वैट का फुल फॉर्म, VAT का क्या मतलब है ? इसकी पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है | 

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वैट का फुल फॉर्म | VAT FULL FORM

वैट का फुल फॉर्म “Value Added Tax” होता है | वहीं,  VAT को हिंदी भाषा में “मूल्य वर्धित कर” कहा जाता है, जिसे वर्तमान समय में कई देशों में लागू कर दिया गया है | इसके अलावा यह कच्चे माल को तैयार माल में और बिक्री के बिंदु पर बदलने में शामिल उत्पादन के प्रत्येक चरण में इस्तेमाल किया जाता है |   

वैट (VAT) का क्या मतलब है ?

VAT का मतलब होता है, कि यह कर प्रमुख रूप से अप्रत्यक्ष कर का एक सामान्य रूप होता है, जो केवल मूर्त वस्तुओं या उत्पादों पर ही लगाया जाता है, यह कच्चे माल को तैयार माल में बदलने और बिक्री के बिंदु पर उत्पादन के प्रत्येक चरण के लिए इस्तेमाल किया जाता है | यह एक अप्रत्यक्ष मूल्य वर्धित कर होता है, जिसे सबसे पहले 1 अप्रैल, 2005 को भारतीय कराधान प्रणाली में पेश किया गया था | इसके बाद वैट ने एक कराधान अवधारणा के रूप में,  बिक्री कर को बदलने का काम किया गया | वहीं वैट की शुरुआत मुख्य रूप से भारत को एकल एकीकृत बाजार बनाने के लिए गई थी । इसके बाद फिर 2 जून 2014 को, भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप द्वीप समूह को छोड़कर वैट लागू कर दिया गया था |

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वैट (VAT) से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी 

VAT को सेवाओं पर लागू नहीं किया जाता है, ऐसा इसलिए किया जाता है, क्योंकि सेवा कर अलग-अलग सेवाओं पर लगाया जाता है ! यह एक ऐसा कर होता है, जिसे प्रमुख रूप से केंद्रीय और राज्य सरकारों द्वारा एकत्रित किया जाता है ! इसकी चार्जबिलिटी राज्य से राज्य में भिन्न होती है ! दुनिया के लगभग सभी देशों में वैट को लागू कर दिया गया है, क्योंकि यह देश के सकल घरेलू उत्पाद में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करने का काम करता है |

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यहाँ पर हमने आपको वैट का फुल फॉर्म | VAT का क्या मतलब है ? इसके विषय में जानकारी उपलब्ध कराई है |  यदि इस जानकारी से रिलेटेड आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न या विचार आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है, हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |

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