प्रत्येक देश एक दूसरे के साथ व्यापार करते है | इस व्यापार से दोनों देशों को परस्पर लाभ होता है | व्यापार में कुछ नियमों का पालन किया जाता है | इसका सही ढंग से पालन करने के लिए एक संस्था की आवश्यकता हुई जो इसका निर्धारण कर सके |

WTO एक वह संस्था है जो इस कार्य का निष्पादन करती है | इस पेज पर WTO Ka Full Form in Hindi , WTO का क्या मतलब होता है, के विषय में बताया जा रहा है |
डब्लूटीओ का फुल फॉर्म (Full Form Of WTO)
डब्लूटीओ (WTO) का फुल फॉर्म “World Trade Organization” है, हिंदी में इसे विश्व व्यापार संगठन के नाम से जाना जाता है | विश्व व्यापार संगठन का आधार ठोस कानूनी तंत्र है | विश्व व्यापार संगठन (WTO) एक अंतरसरकारी संगठन है जो अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को नियंत्रित करता है | इसके सदस्य देशों के प्रमुखों के द्वारा इसके कानूनों को मान्यता प्रदान की जाती है | इस संगठन के द्वारा देशों के बीच होने वाले विवादों को सुलझाया जाता है |
विश्व व्यापार संगठन क्या है (What is WTO)?
विश्व व्यापार संगठन व्यापार के नियमों से सम्बंधित एक संगठन है | यह अपने सदस्य देशों के बीच अनेक व्यापारिक गतिविधियों का संचालन करता है | यह सदस्य देशों की सहायता करता और उनकी समस्याओं का निवारण करता है | यह समझौतों के माध्यम से अपनी व्यापारिक गतिविधियों को पूरा करता है | इन समझौतों में सदस्य देशों के द्वारा हस्ताक्षर किया जाता है | हस्ताक्षर के बाद ही इसके नियमों का प्रकाशन किया जाता है | डब्लूटीओ में लागू किये जाने वाले क़ानून उन सदस्य देशों की संसद द्वारा पारित किये गए कानून रहते है | इसका मुख्य उद्देश्य व्यवसायिक गतिविधियों को सफलता पूर्वक पूरा करना होता है | इसके द्वारा माल और सेवाओं के आयात करने, आयातकों और निर्यातकों को अनेक प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जाती है |
डब्लूटीओ के कार्य (Work)
डब्लूटीओ (WTO) के कार्य इस प्रकार है-
- डब्लूटीओ (WTO) के द्वारा एक देश या अनेक देश के द्वारा बहुपक्षीय तथा बहुवचनीय समझौतों के आधार पर उनका प्रशासन, परिचाल एवं कार्यन्वयन किया जाता है |
- डब्लूटीओ (WTO) के द्वारा व्यापार और प्रशुल्क से सम्बंधित विवादों को सदस्य देशों के बीच विचार-विमर्श करके समाप्त किया जाता है |
- यह सदस्य देशों को एक ऐसा मंच प्रदान करता है, जिस पर वह व्यापारिक विवादों को सहमति के अनुसार सुलझा सकते है |
- विवाद होने पर इसको समाप्त करने के लिए सम्बंधित नियमों एवं प्रक्रियाओं को लागू करवाता है |
- अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष एवं विश्व वैंक के द्वारा यह सहयोग को प्राप्त करता है |
- यह वैश्विक आर्थिक नीति निर्माण को सामंजस्य के साथ लागू करवाता है |
डब्लूटीओ की सदस्यता (Membership Of WTO)
यह एक विश्व स्तरीय संगठन है, इसके द्वारा विश्व व्यापार के लिये दिशा निर्देशों को जारी किया जाता है | इसके द्वारा सदस्य देशों को आवश्यकता के अनुसार ऋण प्रदान किया जाता है | यह देशों द्वारा किये गए व्यापार समझौतों में बदलाव और उन्हें लागू कराने का कार्य करता है, यह संस्था इस विषय पर अपना पूरा उत्तरदायित्व को निभाती है | इसके संस्थापक सदस्य देशों में भारत एक प्रमुख देश है | वर्तमान समय में इस संगठन के 164 सदस्य हैं, इस संगठन में चीन के द्वारा वर्ष 2001 में सदस्यता ग्रहण की गयी |
NRI (एनआरआई) FULL FORM IN HINDI
मुख्यालय (Headquarter)
विश्व व्यापार संगठन की सबसे बड़ी शाखा मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (मिनिस्ट्रयल कॉन्फ्रेंस) है, इसके द्वारा प्रति दो वर्ष में संस्था के महासचिव और मुख्य प्रबंधकर्ता का चयन और उनके अन्य कार्यों का निर्धारण किया जाता है | इसके द्वारा सामान्य परिषद (जनरल काउंसिल) का कार्य भी देखा जाता है | इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जेनेवा में स्थित है | वर्तमान समय तक इसके 10 मंत्रिस्तरीय सम्मेलन (मिनिस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस) का आयोजन किया जा चुका है | मंत्रिस्तरीय सम्मेलन का दसवां सम्मेलन दिसम्बर 2015 में केन्या में आयोजित किया गया था | इसी सम्मेलन में अफगानिस्तान को 164 वें सदस्य के रूप में चयनित किया गया था |
डब्लूटीओ का उद्देश्य (Purpose Of WTO)
डब्लूटीओ (WTO) बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली को नियंत्रित करने के लिए अपने इन उद्देश्यों को पूर्ण करती है-
- डब्लूटीओ (WTO) के अनुसार किसी भी देश को अपने व्यापारिक साझेदारों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करना चाहिए उसे अन्य देशों के उत्पादों, सेवाओं और नागरिकों के साथ सम्भवतः दुष्प्रचार को रोकना चाहिए |
- यदि व्यापार को प्रोत्साहित करना है, तो इससे पहले इसकी बाधाओं को कम करना इस संस्था का प्रमुख उद्देश्य है | इन बाधाओं में सीमा शुल्क (टैरिफ) और आयात प्रतिबंध या कोटा, एंटी डंपिंग शुल्क को सम्मिलित किया गया है |