आईआईटी भारत में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए सार्वजनिक संस्थान है। भारत में तकनीकी को बढ़ावा देने के लिए प्रथम आईआईटी की स्थापना वर्ष 1951 में खड़गपुर में की गयी थी | इससे पूर्व भारत में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए कोई संस्थान नहीं थे, जिसके कारण भारतीय छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश जाना पड़ता था | भारत में इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त करनें के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) सर्वश्रेष्ठ संस्थान मानें जाते हैं, और आज भी आईआईटी भारत की मुख्य शिक्षण संस्थानों में से एक है। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पढ़ाई करनें वाले छात्रों की पहली पसंद आईआईटी होती है, परन्तु इसमें सभी छात्रों को प्रवेश नही मिलता है, क्योंकि आईआईटी में एडमिशन के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा का स्तर काफी कठिन होता है | आईआईटी (IIT) में एडमिशन कैसे पाए, इसके बारें में आपको विस्तार से बता रहे है |
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आईआईटी फुल फॉर्म (IIT Full Form)
- IIT – Indian Institute of Technology
- आईआईटी- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान
शैक्षिक योग्यता (Educational Qualification)
- इस परीक्षा में 12वीं पास छात्र ही शामिल हो सकते हैं।
- कक्षा 12वीं में अभ्यर्थी को 75% अंक प्राप्त होना अनिवार्य है।
- एससी और एसटी केटेगरी के उम्मीदवार को 65% अंक प्राप्त होने चाहिए।
- बीई, बीटेक कोर्स के लिए फिजिक्स और मैथेमेटिक्स सबजेक्ट होना चाहिए और टेक्निकल वोकेशनल सबजेक्ट केमेस्ट्री, बॉयोटेक्नोलॉजी, बायोलॉजी में से कोई एक होना चाहिए।
- बीआर्क, बी प्लान कोर्स के लिए मैथेमेटिक्स सबजेक्ट होना चाहिए।
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आईआईटी में एडमिशन (Admission In IIT)
आईआईटी में प्रवेश प्राप्त करनें के लिए परीक्षा का आयोजन दो भागो में किया जाता है | जिसमें पहली जेईई मेन परीक्षा (JEE Main Exam) और दूसरी जेईई एडवांस्ड परीक्षा (Advanced Exam) होती है। आईआईटी प्रवेश परीक्षा के लिए पहले जेईई मेन परीक्षा के लिए आवेदन करना होता है। इस परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को जेईई एडवांस्ड परीक्षा अर्थात मुख्य परीक्षा में शामिल किया जाता है | जेईई एडवांस्ड परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए बीटेक में एडमीशन मिलता है।
जेईई मेन परीक्षा पाठ्यक्रम (JEE Main Exam)
जेईई मेन पेपर 1 और 2 परीक्षा में अधिकांश सिलेबस सीबीएसई कक्षा 11वीं और 12वीं से पूछा जाता है। जेईई मेन सिलेबस में मैथ्स, फिजिक्स और केमेस्ट्री के प्रश्न दिए गए होते हैं। जेईई मेन परीक्षा (पेपर-1) में रसायन विज्ञान, भौतिकी और गणित विषयों के वैकल्पिक प्रश्न पूछे जायेंगे, इसके लिए अभ्यर्थी को 3 घंटे का समय दिया जाता है। परीक्षा में प्रश्न पत्र का माध्यम अंग्रेजी और हिंदी है। छात्र आवेदन करते समय प्रश्नपत्र के लिए भाषा का चयन कर सकते है। प्रत्येक सही प्रश्न के उत्तर के लिए 4 अंक होंगे जबकि प्रत्येक गलत जवाब के लिए 1/4 की नेगेटिव मार्किंग की जाएगी।
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जेईई मेन परीक्षा पेपर-1 (JEE Main Exam Paper-1)
विषय | प्रश्न | अंक |
फिजिक्स | 25 | 100 |
केमिस्ट्री | 25 | 100 |
गणित | 25 | 100 |
कुल | 90 | 300 |
जेईई मेन परीक्षा पेपर-2 (JEE Main Exam Paper-2)
जेईई मेन परीक्षा (पेपर-2) में गणित, एप्टीट्यूड और ड्राइंग विषयों से प्रश्न पूछे जायेंगे| इसके लिए छात्र को 3 घंटे का समय दिया जायेगा। पेपर 1 की भांति इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग की जाएगी।
विषय | प्रश्न | अंक |
एप्टीट्यूड | 50 | 200 |
गणित | 25 | 100 |
ड्राइंग | 02 | 100 |
कुल | 77 | 400 |
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जेईई एडवांस्ड परीक्षा (JEE Advanced Exam)
जेईई अडवांस्ड परीक्षा में दो प्रश्न पत्र होते है, इसके लिए छात्रों को 3-3 घंटे का समय दिया जाता है| यह प्रश्न पत्र हिंदी और अंग्रेजी में अलग-अलग आता है। छात्र अपनी इच्छानुसार जेईई अडवांस्ड एग्जाम के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के समय छात्रों को प्रश्न पत्र की भाषा का चुनाव करना होता है। प्रत्येक प्रश्न पत्र में तीन अलग-अलग पार्ट्स फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स होंगे।इस परीक्षा में सभी प्रश्न मल्टिपल चॉइस टाइप के होंगे, तथा गलत जवाब के लिए अतिरिक्त नंबर काटे जाएंगे।
कैंडिडेट्स को आंसर लिखने के लिए ऑप्टिकल रिस्पॉन्स शीट (ओआरएस) का दो पेज का डबलेट दिया जाएगा। ओआरएस के सामने वाले पेज पर हर सवालों के जवाब को मार्क करना होगा। जवाब के सामने गोल बबल सा बना होगा, सही जवाब के सामने वाले बबल को डार्क करना होगा। ध्यान रखे कि बबल को डार्क करने के लिए सिर्फ ब्लैक बॉल पॉइंट का ही प्रयोग करे।
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जेईई अडवांस्ड मार्किंग स्कीम पेपर-1
- प्रश्न पत्र में कुल 264 मार्क्स होंगे
- सभी 3 विषयों में 3 सेक्शन होंगे
- फिजिक्स के पहले सेक्शन में 8 प्रश्न, दूसरे सेक्शन में 10 प्रश्न और तीसरे सेक्शन में 2 प्रश्न होंगे।
- केमिस्ट्री के पहले सेक्शन में 8 प्रश्न, दूसरे सेक्शन में 10 प्रश्न और तीसरे सेक्शन में 2 प्रश्न होंगे।
- मैथमेटिक्स के पहले सेक्शन में 8 प्रश्न, दूसरे सेक्शन में 10 प्रश्न और तीसरे सेक्शन में 2 प्रश्न होंगे।
- पहले सेक्शन के प्रत्येक प्रश्न के लिए 4 अंक निर्धारित हैं। गलत होने पर नेगेटिव मार्किंग नहीं है, अर्थात अतिरिक्त नंबर नहीं काटा जाएगा।
- दूसरे सेक्शन के लिए नेगेटिव मार्किंग की जाएगी, प्रत्येक प्रश्न के 4 अंक होंगे| प्रत्येक गलत आंसर के लिए 2 नंबर अतिरिक्त काटे जाएंगे।
- तीसरे सेक्शन में भी नेगेटिव मार्किंग होगी, और प्रत्येक प्रश्न के 2 नंबर होंगे और गलत आंसर के लिए 1 नंबर अतिरिक्त काटे जाएंगे।
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जेईई अडवांस्ड मार्किंग स्कीम पेपर-2
- दूसरा पेपर कुल 240 नंबरों का होगा तथा सभी 3 विषयों में 3-3 सेक्शन होंगे।
- फिजिक्स के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 8 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
- केमिस्ट्री के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 8 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
- मैथमेटिक्स के पहले सेक्शन में 8 सवाल, दूसरे सेक्शन में 8 सवाल और तीसरे सेक्शन में 2 सवाल होंगे।
- पहले सेक्शन के हर सवाल के लिए 4 नंबर निर्धारित हैं। गलत होने पर नेगेटिव मार्किंग नहीं है यानी अतिरिक्त नंबर नहीं काटा जाएगा।
- दूसरे सेक्शन के लिए नेगेटिव मार्किंग होगी। हर सवाल के 4 नंबर होंगे। हर गलत आंसर के लिए 2 नंबर अतिरिक्त काटे जाएंगे।
- तीसरे सेक्शन में भी नेगेटिव मार्किंग होगी। हर सवाल के 2 नंबर होंगे और हर गलत आंसर के लिए 1 नंबर अतिरिक्त काटे जाएंगे।
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आईआईटी की तैयारी में रखे इन बातों का ध्यान
- सेल्फ स्टडी पर अधिक समय दें
- योजना बनाएं
- बेहतरीन नोट्स बनाएं
- कोचिंग सेंटर के पुराने नोट्स का उपाय करें
- क्वेश्चन बैंक पर केंद्रित करें
- अपनी कमजोरी को पहचाने और उसे ठीक करें
- रिवीजन का प्लान करें
- नकारात्मक सोच को हटाए
- अपनी प्रतिभा को पहचानिए
- डिस्कशन पार्टनर बनाएं
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