जब किसी व्यक्ति को कही दूर की यात्रा करनी होती है, तो वह उसके लिए सबसे पहले ट्रेन का चुनाव करता है, क्योंकि दूर की यात्रा करने के लिए ट्रेन एक सफ़र करने का बहुत ही अच्छा वाहन होता है, क्योंकि ट्रेन से कहीं की भी यात्रा हम बहुत ही कम समय में कर सकते है | इसलिए ट्रेन से यात्रा करने के लिए हम सबसे पहले ट्रेन का रिजर्वेशन कराते है, क्योंकि यदि हमारा रिजर्वेशन हो जाता है, तो हमे ट्रेन में यात्रा के दौरान किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है क्योंकि रिजर्वेशन हो जाने से हमे लेटने और अच्छे से बैठने के लिए ट्रेन की एक सीट प्राप्त हो जाती है, जिससे हम पूरी यात्रा बहुत ही आसानी के साथ कर सकते है |

इसलिए जब हम ट्रेन का रिजर्वेशन कराते है, तो रिजर्वेशन की प्राप्त टिकट में रिजर्वेशन कन्फर्म, वेटिंग और एक तरफ आरएसी लिखा हुआ होता है, जिसमें से बहुत से यात्री ऐसे होते है, जो रिजर्वेशन कन्फर्म, वेटिंग का मतलब तो जानते हैं, लेकिन टिकट में आरएसी का क्या मतलब होता है, इसके विषय में जानकारी नहीं होती है | इसलिए यदि आप भी आरएसी के विषय में जानना चाहते है, तो यहाँ पर आपको RAC Full Form in Hindi, आरएसी का रेलवे में मतलब क्या है ? इसकी पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है |
आरएसी का फुल फॉर्म | RAC KA FULL FORM
आरएसी का फुल फॉर्म “Registration Against Cancellation” होता है | वहीं इसका हिंदी में उच्चारण “रजिस्ट्रेशन अगेंस्ट कैंसलेशन” होता है |
आरएसी (RAC) का रेलवे में क्या मतलब होता है ?
सभी ट्रेनों की स्लीपर कोच में सात आरएसी बर्थ की व्यवस्था की जाती है, और वहीं निर्धारित की जाने वाली बर्थ लोवर सीट पर यात्रियों का बैठने का प्रबंध किया जाता है , जिनपर दो यात्री आमने-सामने अलग-अलग एक-एक सीट पर बैठ सकते है | वहीं यदि आपके सामने वाले व्यक्ति का रिजर्वेशन कैंसिल हो जाता हो जाता है, तो आपको उस व्यक्ति की भी सीट मिल जाएगी, जिसके बाद आप उस सीट को अपनी सीट में जोड़कर आसानी से उस पर लेट सकते है, और उस पूरी सीट पर आप अपना कब्जा कर सकते है और वहीं जिस व्यक्ति के टिकट पर आरएसी शो होता है, तो आप समझ लीजिये कि, उस व्यक्ति का केवल हाफ रिजर्वेशन ही हो पाया है, जिससे उसे केवल सीट पर बैठेने की ही इजाजत दी जाती है और यदि वहीं उसके सामने वाले व्यक्ति का रिजर्वेशन किसी कारण वश कैंसिल हो जाता है, तो तब उस व्यक्ति का पूरा रिजर्वेशन हो सकता है और जिस व्यक्ति के टिकट में आरएसी दिया जाता है, उस व्यक्ति को ट्रेन के चलने से एक घंटा पूर्व ही जानकारी दे दी जाती है |
आरएसी (RAC) टिकट कब दिया जाता है ?
जब किसी ट्रेन में, सामान्य कोटे की सीटें खत्म हो जाती हैं और फिर भी यात्रियों को टिकट करवाना होता है, तो बाद में उन यात्रियों को आरएसी का टिकट जारी कर दिया जाता है, लेकिन उन्हें आरएसी टिकट वेटिंग टिकट शुरू होने से पहले ही प्रदान की जाती है |
किन ट्रेनों के लिए आरएसी (RAC) टिकट प्रदान की जाती है
लगभग सभी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए आरएसी टिकट दी जाती है। जिनमें से जन शताब्दी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और डबल डेकर ट्रेनों को छोड़कर लगभग सभी भारत की ट्रेनों में आरएसी टिकट उपलब्ध कराई जाती है |
यहाँ पर हमने आपको आरएसी (RAC) का रेलवे में क्या मतलब है ? इसके विषय में जानकारी उपलब्ध कराई है | यदि इस जानकारी से रिलेटेड आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न या विचार आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है, हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |