CDSCO DGCI Full Form – सीदीएससीओ डीजीसीआई फुल फॉर्म

CDSCO DGCI Full Form – सीदीएससीओ डीजीसीआई फुल फॉर्म देश में ऐसी बहुत सी  बीमारी है, जो फैलती ही चली जाती है, जिनका इलाज मिल पाना कभी – कभी बेहद मुश्किल हो जाता है | इसी तरह इन दिनों कोरोना जैसी बड़ी महामारी पूरे देश को अपने चपेट लिए हुए है, जिसके कारण प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग इस महामारी का शिकारी हो रहें है और वहीं बड़ी संख्या में लोगों की मौते भी हो रही है, क्योंकि अभी इस बीमारी का कोई भी पक्का इलाज नहीं मिल पा रहा है, जिससे जनता के साथ-साथ देश की सरकार भी बेहद परेशान हो चुकी है |

CDSCO DGCI Full Form

वहीं इस तरह की बीमारी के लिए तैयार की जाने वाली दवाओं का इस्तेमाल करने के लिए सीडीएससीओ, डीजीसीआई संगठन से इजाजत लेनी होती है, क्योंकि ये दोनों ही संगठन सरकार के प्रमुख संगठन कहे जाते है | इसलिए यदि आपको सीडीएससीओ, डीजीसीआई के विषय में अधिक जानकारी नहीं प्राप्त है और आप इसके विषय में जानना चाहते है, तो यहाँ पर आपको CDSCO, DGCI Full Form | सीडीएससीओ, डीजीसीआई क्या है | फुल फॉर्म की जानकारी प्रदान की जा रही है |

आईसीएमआर (ICMR) का फुल फॉर्म क्या है

CDSCO DGCI Full Form सीडीएससीओ (CDSCO) का फुल फॉर्म

सीडीएससीओ का फुल फॉर्म “Central Drugs Standard Control Organisation” होता है | वहीं इसका हिंदी में उच्चारण “सेंट्रल ड्रग्स स्टैण्डर्ड कण्ट्रोल आर्गेनाईजेशन” होता है और इसे हिंदी भाषा में “केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन” के नाम से जाना जाता है | 

 डीजीसीआई (DGCI) का फुल फॉर्म

डीजीसीआई का फुल फॉर्म “Drugs Controller General of India” होता है | वहीं इसका हिंदी में उच्चारण ” ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया” होता है और इसे हिंदी भाषा में “भारतीय औषधि महानियंत्रक” के नाम से जाना जाता है |

 WHO KA FULL FORM IN HINDI

CDSCO DGCI Full Form सीडीएससीओ, डीजीसीआई क्या है ? 

सीडीएससीओ प्रमुख रूप से भारतीय दवा एवं चिकित्सा उपकरणों के लिए एक राष्ट्रीय विनियामक निकाय है, जो औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा सौंपे गए कृत्यों का निर्वहन करने के लिए केन्द्रीय औषधि प्राधिकरण माना जाता है।

वहीं, सीडीएससीओ में, डीजीसीआई औषधि एवं चिकित्सा उपकरणों का विनियमन करता है। इस कार्य में डीजीसीआई को औषधि तकनीकी परामर्शी बोर्ड (डीटीएबी) और औषध परामर्श समिति (डीसीसी) सलाह प्रदान करते हैं और इसे जोन कार्यालयों में विभाजित किया गया है, जो लाइसेंस पूर्व एवं लाइसेंस पश्चात् निरीक्षण, बाजार पश्चात् निगरानी, और आवश्यकता होने पर बुलाये जाते है |

औषध और कॉस्मेटिक अधिनियम के अंतर्गत, औषधि उत्पादन, बिक्री और वितरण का विनियमन राज्य प्राधिकरण का कार्य होता है और वहीं, नई औषधियों के अनुमोदन, देश में क्लीनिकल ट्रायल, औषधि के लिए मानकों का निर्धारण, अयायातित औषधियों की गुणवत्ता नियंत्रण, राज्य औषधि नियंत्रण संगठन की गतिविधियों का समन्वय और औषधि एवं कॉस्मेटिक अधिनियम के प्रवर्तन में एकात्मकता लाने के विचार से विशेषज्ञ परामर्श प्रदान करना केंद्र सरकार को जिम्मेदारी सौंपी जाती है |

एम्स (AIIMS) का फुल फॉर्म क्या है  

डीजीसीआई  से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी 

वहीं अभी कुछ समय पहले ही कैडिला हेल्थकेयर समूह की कंपनी जायडस को कोविड-19 के स्वदेशी रूप से विकसित संभावित टीके का मानव परीक्षण करने की घरेलू प्राधिकरणों से मंजूरी  प्रदान कर दी गई  है क्योंकि अभी कुछ दिनों पहले ही दवा बनाने वाली कंपनी ने कहा है कि, “उसके द्वारा विकसित टीके जायकोव-डी का प्री-क्लीनिकल परीक्षण पूरा हो गया है। इसके बाद उसे केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के ‘भारत के औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई)’ से इसके मानव परीक्षण की मंजूरी मिल गयी है। “

कंपनी ने कहा कि वह परीक्षण के लिये संभावित टीके की पर्याप्त मात्रा का उत्पादन पहले ही कर चुकी है। कंपनी जुलाई में ही नव परीक्षण की शुरुआत कर देगी। कंपनी  प्रमुख रूप से देश के विभिन्न शहरों में एक हजार से अधिक लोगों के ऊपर इस टीके का परीक्षण करने का फैसला किया है। “कैडिला हेल्थकेयर ने शेयर बाजार को बताया कि ‘जायकोव-डी’ को अहमदाबाद स्थित उसके टीका प्रौद्योगिकी केंद्र में विकसित किया गया है। चूहे, सूअर और खरगोश जैसे पशुओं पर किये गये परीक्षण में इस टीके को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिहाज से काफी मजबूत पाया गया है। इस टीके ने जिन प्रतिरक्षक पदार्थों (एंटीबॉडीज) का सृजन किया, वे ‘वाइल्ड टाइप वायरस’ को पूरी तरह से नियंत्रित कर पा रहे थे। यह इसे कोरोना वायरस के लिये संभावित टीकों का प्रबल दावेदार बनाता है। वायरस के उन स्वरूपों को ‘वाइल्ड टाइप वायरस’ कहा जाता है, जिनके डीएनए में म्यूटेशन के बाद बदलाव नहीं आया हो।” कंपनी ने कहा कि इस टीके का ‘मांसपेशियों’ तथा ’नसों’ दोनों तरीकों से बार-बार प्रयोग करने के बाद भी सुरक्षा के लिहाज से कोई समस्या उत्पन्न नहीं हुई। खरगोशों पर किये गये परीक्षण में इस टीके की उस मात्रा के तीन गुना को सुरक्षित पाया गया, जितनी मात्रा का इस्तेमाल मानव पर करने की योजना है।

KGMU FULL FORM IN HINDI

सीडीएससीओ (CDSCO) की कार्य 

  1. सीडीएससीओ प्रमुख रूप से औषधि के आयात पर विनियामक नियंत्रण, नाइ औषधियों एवं क्लिनिकल ट्रायल्स का अनुमोदन, औषधि परामर्शीय समिति एवं औषधि तकनीकी सलाहकारी बोर्ड की बैठकें, केन्द्रीय लाइसेंस अनुमोदन प्राधिकरण के तौर पर कुछ विशिष्ट लाइसेंसों की अनुमति प्रदान करता है |   
  2. सीडीएससीओ जोनल कार्यालय संयुक्त निरीक्षण करते हैं और अपने अधिकार क्षेत्र के तहत् राज्य औषधि नियंत्रकों के साथ समन्वय भी करते हैं।
  3. आयातित औषधियों की गुणवत्ता नियंत्रण पत्तन कार्यालयों द्वारा किया जाता है।
  4. टेस्ट के लिए भेजे गए औषधि नमूनों का परीक्षण औषधि परीक्षण प्रयोगशालाओं द्वारा किया जाता है।

ICDS FULL FORM IN HINDI

यहाँ पर हमने आपको  सीडीएससीओ, डीजीसीआई के फुल फॉर्म के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई है | यदि इस जानकारी से रिलेटेड आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न या विचार आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है, हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |

COVID का क्या मतलब है